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जया एकादशी पर बासुकीनाथ मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़

बासुकीनाथ के दरबार में जया एकादशी पर मंगलवार को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। बासुकीनाथ के पंडित मणिकांत झा उर्फ मन्नो बाबा पंडित आशुतोष झा ने कहा कि माघ माह के शुक्ल पक्ष की जया एकादशी का विशेष महत्व है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Feb 2021 08:48 PM (IST)Updated: Tue, 23 Feb 2021 08:48 PM (IST)
जया एकादशी पर बासुकीनाथ मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़
जया एकादशी पर बासुकीनाथ मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़

संवाद सहयोगी, बासुकीनाथ: बासुकीनाथ के दरबार में जया एकादशी पर मंगलवार को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। बासुकीनाथ के पंडित मणिकांत झा उर्फ मन्नो बाबा, पंडित आशुतोष झा ने कहा कि माघ माह के शुक्ल पक्ष की जया एकादशी का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से काफी पुण्यफल की प्राप्ति होती है। इस विशिष्ट तिथि पर करीब 25 हजार भक्तों ने भोलेनाथ की विशेष पूजा अर्चना की। इस अवसर पर देश के कोने-कोने से आये भक्तों ने बासुकीनाथ का पूजन करने के अलावे रुद्राभिषेक पाठ व विशेष पूजन भी किया। ----------------------- हवन व कलश विसर्जन के साथ हथनंगा में भागवत कथा संपन्न

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संवाद सहयोगी, बासुकीनाथ: जरमुंडी प्रखंड के हथनंगा गांव में चल रहा श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान सप्ताह यज्ञ मंगलवार को अनुष्ठान पूर्व संपन्न हो गया। इस मौके पर हवन पूजन के उपरांत कलश विसर्जन शोभा यात्रा निकाली गई, जिसमें शामिल कन्या, महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं ने जमकर अबीर-गुलाल की होली खेली। कलश यात्रा के दौरान पूजा स्थल पर रखे गए कलश पात्रों को रावत बांध में विसर्जित किया गया। इस दौरान जरमुंडी बाजार व हथनंगा गांव में राधे-राधे की गूंज सुनाई देती रही।

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गुरुजन व माता पिता को दें सम्मान: संजयानंद

कलश विसर्जन शोभायात्रा में शामिल कथा व्यास संजयानन्द महाराज ने सभी ग्राम वासियों को आशीर्वाद प्रदान किया। कथा व्यास ने उपस्थित भक्तों को गुरुजनों एवं माता पिता को सम्मान देने, गो सेवा करने, वृद्ध, गरीब, असहाय, मंदबुद्धि की मदद करने की सीख देते हुए सदैव परोपकार करने को कहा।

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ग्रामीणों ने की आयोजन समिति की प्रशंसा

शोभायात्रा में शामिल स्थानीय नागरिकों ने इस प्रकार के धार्मिक आयोजन के लिए आयोजन समिति को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से गांव का माहौल पवित्र हो जाता है। भागवत कथा में बतौर यजमान गौरीशंकर मंडल ने सपत्नीक भाग लिया।


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