पत्थर कारोबारी को गोली मारने वाले मुन्ना राय समेत दो हिरासत में
शिकारीपाड़ा में 12 नवंबर को पत्थर कारोबारी मनोज भगत को गोली मारने व दूसरे कारोबारी से 40 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोपित मुन्ना राय को एसआइटी की टीम ने शनिवार की सुबह शिकारीपाड़ा में धर दबोचा।
जागरण संवाददाता, दुमका: शिकारीपाड़ा में 12 नवंबर को पत्थर कारोबारी मनोज भगत को गोली मारने व दूसरे कारोबारी से 40 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोपित मुन्ना राय को एसआइटी की टीम ने शनिवार की सुबह शिकारीपाड़ा में धर दबोचा। वहीं उसके एक सहयोगी उमेश सिंह को भी हिरासत में लिया है। दोनों से पुलिस पूछताछ कर रही है।
मुन्ना राय ने मनोज भगत से 25 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। इन्कार करने पर 12 नवंबर को उसे गोली मार दी। मनोज का इलाज रामपुरहाट अस्पताल में चल रहा है। दूसरे दिन उसने एक अन्य पत्थर कारोबारी आदित्य गोस्वामी से मोबाइल फोन पर 40 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। रुपये नहीं देने पर दिनदहाड़े घर में घुसकर एके 47 से भून देने की धमकी दी।
खुद को बताया था दुमका विधायक का आदमी: इसी बीच रंगदारी मांगने का ऑडियो वायरल हो गया। इसमें उसने खुद को विधायक बसंत सोरेन का आदमी बताया। इसके बाद विधायक ने एसपी को मुन्ना राय को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने को कहा। एसपी ने एसडीपीओ अनिमेष नथानी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया। पुलिस उसकी तलाश में बंगाल समेत आसपास के जिले में छापेमारी कर रही थी। शनिवार की सुबह तीन बजे पुलिस को सूचना मिली कि मुन्ना राय एक गांव में छिपा हुआ है। पुलिस ने दबिश देकर उसे उठाया। उसकी निशानदेही पर शिकारीपाड़ा के ही उमेश सिंह को हिरासत में लिया गया। उमेश पर आरोप है कि उसने रंगदारी मांगने में हरसंभव सहयोग किया। एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि दोनों से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।