दुमका सीट पर अब जमकर होगा 'खेला', JMM ने उतारा अपना उम्मीदवार; रिश्ते में सीता सोरेन के लगते हैं चाचा
Lok Sabha Election 2024 झामुमो ने झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से दो पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। ये दो सीट दुमका और गिरिडीह है। दुमका से नलिन सोरेन और गिरिडीह लोकसभा सीट से मथुरा प्रसाद महतो को उम्मीदवार बनाया गया है। दुमका सीट से भाजपा ने सीता सोरेन को टिकट दिया है। सीता और नलिन रिश्ते में चाचा-भतीजी हैं।
राजीव, दुमका। झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन की कर्मभूमि और उनकी परंपरागत लोकसभा सीट पर अरसे बाद इस बार गुरुजी चुनाव मैदान में नहीं हैं। पाला बदलकर भाजपा के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ रही उनकी बड़ी बहू सीता सोरेन झामुमो को चुनौती दे रही हैं।
दुमका से झामुमो उम्मीदवार नलिन सोरेन
हालांकि झामुमो ने इस सीट को पारिवारिक प्रतिष्ठा का विषय नहीं बनने दिया है। यही वजह है कि जेल से ही पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन या उनकी पत्नी कल्पना सोरेन के दुमका से चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लगाते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता नलिन सोरेन को मैदान में उतारा है।
सीता और नलिन के बीच होगी कांटे की टक्कर
अभी सीता सोरेन शिबू सोरेन या झामुमो के किसी नेता के खिलाफ खुलकर नहीं बोल रही हैं। वहीं, झामुमो के किसी नेता की ओर से भी सीता सोरेन पर हमला नहीं किया जा रहा है।
हालांकि इतना तय है कि इस बार सीता सोरेन और झामुमो के शिकारीपाड़ा से लगातार सात बार विधायक रह चुके नलिन सोरेन के बीच कड़ा मुकाबला होना तय है। दोनों ने एक-दूसरे के प्रति आदर भी व्यक्त किया है।
अब इसे संयोग कह लें या फिर राजनीति का तकाजा की झामुमो से भाजपा में शामिल होने के बाद गुरुवार को जैसे ही सीता सोरेन ने भाजपा के चुनावी कार्यालय की दहलीज पर कदम रखा वैसे ही रांची में झामुमो की ओर से नलिन सोरेन को प्रत्याशी घोषित कर दिया गया।
नलिन सोरेन मेरे अभिभावक: सीता सोरेन
इधर, भाजपा कार्यालय में जब सीता सोरेन से इस पर पहली प्रतिक्रिया ली गई तो उन्होंने कहा कि वह हमारे चाचा हैं और उनसे आशीर्वाद लेकर ही हम दुमका में कमल फूल खिलाएंगे। सीता सोरेन ने कहा कि नलिन सोरेन मेरे अभिभावक हैं। उनसे जीत का आशीर्वाद लूंगी। बाबा (शिबू सोरेन) से आशीर्वाद लेती रहती हूं। वहीं भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने भी सीता सोरेन का गर्मजोशी से स्वागत किया, तो सीता ने कहा कि दुमका में मेरी जीत होगी और यह दुमका संसदीय क्षेत्र की जनता की मेहनत की जीत होगी।
बाबा ठीक रहते तो झामुमो में रहती: सीता सोरेन
इस सवाल पर कि दुमका सीट से उनके श्वसुर शिबू सोरेन की प्रतिष्ठा जुड़ी है और झामुमो के खिलाफ दंगल में उतर रहीं हैं तो शिबू सोरेन के खिलाफ क्या कहेंगी के जवाब में सीता ने कहा कि बाबा हमेशा मेरे अभिभावक हैं। उनसे हमेशा आशीर्वाद मिलता रहा है। उनके खिलाफ चुनाव में क्या कहेंगे, वह तो हमेशा संघर्ष किए हैं। अलग झारखंड राज्य बनाए हैं। अगर वह ठीक व स्वस्थ रहते तो मैं झामुमो में ही रहती।
वहीं झामुमो प्रत्याशी बनने के बाद जब नलिन सोरेन से यह पूछा गया कि क्या वह अपनी भतीजी सीता को विजय भव: का आशीर्वाद देंगे तो उन्होंने छूटते ही कहा कि आशीर्वाद तो जरूर देंगे क्योंकि हमारे रिश्ते पूर्व जैसे ही कायम हैं और आगे भी कायम रहेंगे, लेकिन चुनावी दंगल में तो दुमका में सिर्फ तीर-कमान ही चलेगा।
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