उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार की मांगी खुशी
दुमका पानी के अंदर कठिन तपस्या और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ रविवार को महाछठ पर्व का समापन हो गया। शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोगों ने अर्घ्य देकर परिवार की खुशहाली के लिए सूर्य भगवान की उपासना की।
दुमका : पानी के अंदर कठिन तपस्या और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ रविवार को महाछठ पर्व का समापन हो गया। शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोगों ने अर्घ्य देकर परिवार की खुशहाली के लिए सूर्य भगवान की उपासना की।
शहर के प्रमुख छठ घाट बड़ा बांध, खूंटा बांध, हरणाकुंडी, रसिकपुर, पुसारो नदी, लखीकुंडी, महुआडंगाल व कुरूवा के कमला घाट में सुबह तीन बजे से ही अर्घ्य देनेवालों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। इस बार सूर्य देवता ने व्रतियों को लंबा इंतजार नहीं कराया। सुबह छह बजे सूर्य के दर्शन होते ही बड़ी संख्या में लोगों ने अर्घ्य दिया। बड़ा बांध और खूंटाबांध में कड़ी सुरक्षा के बीच महिलाओं ने अर्घ्य दिया। दोनों जगह पर तालाब में बोटरवोट के जरिए पानी में खड़ी महिलाओं पर नजर रखी जा रही थी। सभी घाट को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। परन्तु खूंटाबांध की सज्जा ने इस बार सभी को पीछे छोड़ दिया। खूंटा बांध में रात्रि जागरण का भी आयोजन किया गया। नगर परिषद के उपाध्यक्ष विनोद कुमार लाल के अलावा अमिता रक्षित ने समेत बड़ी संख्या में शहर के लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर देर रात तक छठ गीत सुने। पूर्व मंत्री लुईस मरांडी ने सभी घाट पर शनिवार को जाकर सूर्य की उपासना की। बड़ा बांध व पुसारो में इस बार बड़ी टीवी स्क्रीन लगाकर पर्व के गीत सुनाए गए थे। उन्होंने पुसारो नदी घाट में उगते हुए सूर्य की उपासना की। आचार संहिता लागू होने के कारण इस बार किसी राजनीतिक दल की ओर से सामग्री वितरण करने के लिए शिविर नहीं लगाया गया था। विभिन्न स्वयं संगठन ने घाट के समीप शिविर लगाकर महिलाओं के बीच पूजन सामग्री का वितरण किया। शहर के सभी घाट पर पुलिस किसी ओर से सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। नगर थाना प्रभारी देवव्रत पोदार व मुफस्सिल थाना प्रभारी एनके सिंह लगातार घाट का निरीक्षण कर रहे थे।
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मतदाताओं को किया जागरूक
दुमका : स्वीप अभियान के तहत जिला प्रशासन की ओर से खूंटाबांध में कठपुतली नाटक के माध्यम से कलाकारों ने मतदान के प्रति जागरूक किया। सदस्यों ने नाटक के माध्यम से बताया कि इस बार सभी को 20 दिसंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग करना है। उनका वोट कितना कीमती है, इसके बारे में विस्तार से बताया। लोगों ने नाटक को काफी संजीदगी से लिया।
दुमका : नई दिशा के स्वयंसेवक व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बड़ा बांध, खूंटाबांध, महुआडंगाल, हरणाकुंडी आदि घाटों में शिविर लगाकर छठ व्रतियों के बीच दूध, घी, अगरबत्ती, रूई, दतवन, माचिस, गोयठा, दुमना आदि का वितरण किया गया। स्टॉल के बगल में महिलाओं के लिए कपड़ा चेंजिग रूम भी बनाया गया था। शिविर में राज कुमार के अलावा जयंत झा, अमित वैध, विक्की कुमार, मलय सहा, देवनाथ साहा, धनंजय, अद्वितीय राउत, अमित कुमार, ओमजीत कुमार सहित स्थानीय लोगों ने सेवा दी