एसडीओ के नेतृत्व में बनी टीम क्रशरों की करेगी जांच
दुमका दुमका में कोरोना के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए जिला प्रशासन ने एक जांच दल का गठन किया है। यह टीम क्रशर उद्योग का औचक निरीक्षण करेगी। टीम क्रशरों में विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का भौतिक सत्यापन करेगी। जिला प्रशासन की टीम क्रशरों में यह जांच करेगी की कार्यरत मजदूरों के बीच शारीरिक दूरी मास्क एवं गलब्स का उपयोग सौ फीसद हो रहा है या नहीं।
जागरण संवाददाता, दुमका : दुमका में कोरोना के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए जिला प्रशासन ने एक जांच दल का गठन किया है। यह टीम क्रशर उद्योग का औचक निरीक्षण करेगी। टीम क्रशरों में विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का भौतिक सत्यापन करेगी। जिला प्रशासन की टीम क्रशरों में यह जांच करेगी की कार्यरत मजदूरों के बीच शारीरिक दूरी, मास्क एवं गलब्स का उपयोग सौ फीसद हो रहा है या नहीं। सैनिटाइजर की उपलब्धता की भी जांच होगी। डीडीसी डॉ. संजय कुमार सिंह ने कहा कि एसडीओ के नेतृत्व में एक जांच दल का गठन किया गया है। इसमें जिला खनन पदाधिकारी, श्रम अधीक्षक एवं सीओ सदस्य होंगे। इनकी रिपोर्ट के आधार पर अपर समाहर्ता संबंधित क्रशर मालिक के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
उप विकास आयुक्त ने कहा कि क्रशर उद्योगों को कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम को ले यह कदम उठाया गया है। कहा कि दुमका जिला में लगभग 142 लघु खनिज पत्थर आधारित क्रशर उद्योग संचालित हैं। जिसमें लगभग चार हजार मजदूर कार्यरत हैं। राज्य सहित दुमका जिला में भी कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिला प्रशासन का दायित्व है कि इस परिस्थिति में इन मजदूरों को संक्रमित होने से बचाया जाए। इसे ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। क्रशर मालिकों को हर हाल में कोरोना के संभाव्य संक्रमण से बचाने हेतु विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं भारत सरकार के द्वारा दिए गए निर्देशों का अक्षरश: एवं सख्ती से पालन करना होगा। अन्यथा प्रावधानों के तहत विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।