लूट व छिनतई को अंजाम देनेवाला शातिर धराया
रंगदारी के लिए गोली चलाने व छिनतई की तीन वारदातों में शामिल शातिर बांका के निरो उर्फ निरंजन यादव को सरैयाहाट थाना की पुलिस ने सोमवार की रात गादीझोपा गांव से धर दबोचा। उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
संवाद सहयोगी, सरैयाहाट: रंगदारी के लिए गोली चलाने व छिनतई की तीन वारदातों में शामिल शातिर बांका के निरो उर्फ निरंजन यादव को सरैयाहाट थाना की पुलिस ने सोमवार की रात गादीझोपा गांव से धर दबोचा। उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
पुलिस निरीक्षक संजय सुमन ने बताया कि देर शाम थाना प्रभारी अनुज यादव को सूचना मिली कि आरोपित निरो गांव के समीप घूम रहा है। टीम गठित कर पुलिस ने धावा बोला और उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को चार केस में आरोपित की तलाश थी। वहीं पिछले वर्ष पंजवारा पुलिस ने उसे हथियार रखने के आरोप में जेल भेजा था। थाना प्रभारी ने बताया कि पिछले साल 11 दिसंबर को गादीझोपा गांव के समीप रंगदारी नहीं देने पर मोबाइल दुकानदार कमलाकांत यादव पर उसने गोली चला दी थी। उस समय पुलिस ने गांव के ही गनेश यादव उर्फ गेना को गिरफ्तार किया था। उसके पास से इटली की बनी पिस्टल, दो जिदा गोली, तीन खोखा व एक मोबाइल बरामद हुआ था। जो दो साथी भाग निकले थे, उनमें निरो भी शामिल था। आरोपित के खिलाफ सरैयाहाट थाना में वर्ष 15 में डकैती, 16 में लूट और फरवरी माह में दुलमपुर गांव के समीप बाइक सवार का पीछा कर रुपया छीनने का मामला दर्ज है। गिरोह के बचे तीसरे साथी की तलाश की जा रही है।
शुक्रवार को पुलिस सभागार में एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि थाना प्रभारी अनुज यादव को लगातार सूचना मिल रही थी कि बाइकों पर सवार चार अपराधी किसी वारदात को अंजाम देने के लिए घूमते हैं। देर शाम को गांव के लोगों से सूचना मिली कि चार लोग मोबाइल दुकानदार से रंगदारी मांग रहे हैं। इन्कार करने पर उसके ऊपर गोली भी चला दी। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ स्थल पर गए तो चारों भागने लगे। तीन अपराधी दो बाइक से भाग निकले, लेकिन गनेश पुलिस के हाथ आ गया। तलाशी में उसके पास से इटली की पिस्टल बरामद हुई। बताया कि गांव वालों से पता चला है कि गनेश कई वारदात को अंजाम दे चुका है।
वहीं भागने वाला निरो यादव बांका और विरेश यादव व महेंद्र यादव सरैयाहाट के रहने वाले हैं। गनेश का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। पिस्टल इटली की बनी है या फिर लोकल मेड है, इसकी भी दोबारा जांच की जाएगी। अभी आरोपित से और पूछताछ की जानी है। मौके पर जरमुंडी एसडीपीओ उमेश कुमार सिंह मौजूद थे।