डीएमसीएच में अब चलेंगे छह ऑपरेशन थिएटर
दुमका सदर अस्पताल का नया नाम दुमका मेडिकल कॉलेज ऑफ हास्पिटल होगा और इसमें मरीजों को वो सेवा दी जाएगी जिसकी कल्पना आज तक दुमका ही नहीं प्रमंडल के लोगों ने नहीं की होगी। इसी माह से अस्पताल में दो ओपीडी चलेगी और छह आपरेशन थिएटर एक साथ काम करेंगे।
दुमका : सदर अस्पताल का नया नाम दुमका मेडिकल कॉलेज ऑफ हास्पिटल होगा और इसमें मरीजों को वो सेवा दी जाएगी, जिसकी कल्पना आज तक दुमका ही नहीं प्रमंडल के लोगों ने नहीं की होगी। इसी माह से अस्पताल में दो ओपीडी चलेगी और छह आपरेशन थिएटर एक साथ काम करेंगे। अभी तक 37 डॉक्टर योगदान कर चुके हैं और 37 को योगदान करना होगा। इतना ही नहीं मेडिकल कॉलेज प्रबंधन 19 जूनियर डॉक्टरों की एक साल के लिए बहाली करेगा। इसके लिए सभी को 42 हजार रुपया प्रतिमाह दिया जाएगा। डायग्नोस्टिक सेंटर में चल रही लैब को भी अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा।
सदर अस्पताल को अपग्रेड कर दुमका मेडिकल कॉलेज ऑफ हास्पिटल का नाम दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन ने नए बोर्ड बनाने का आर्डर भी दे दिया है। हास्पिटल में कई और तरह की सेवा दी जाएगी। अभी तक अस्पताल में सुबह दस से दो बजे तक ही ओपीडी सेवा दी जाती थी लेकिन अब इसमें फेरबदल किया गया है। अब दो सेवा चलेगी। एक ओपीडी सुबह नौ से एक बजे तक और दूसरी दो से पांच बजे तक चलेगी। ओपीडी के साथ तीन इमरजेंसी भी चलेंगी। एक आपात सेवा सुबह सात से दो, दूसरी दो से नौ और तीसरी रात नौ से अगली सुबह सात बजे तक चलेगी। इसके अलावा छह ऑपरेशन थिएटर भी एक साथ काम करेंगे। सर्जरी, हड्डी, स्त्री रोग, आंख, कान व गला के लिए अलग से थिएटर काम करेगा।
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अति गंभीर मरीजों को नहीं लगानी होगी लाइन
ओपीडी में गंभीर के साथ सामान्य मरीजों को जांच के लिए लाइन लगानी पड़ती थी लेकिन नई सेवा के तहत ऐसा नहीं होगा। जिस व्यक्ति को तुरंत सेवा की जरूरत होगी, उसे इमरजेंसी सेवा के तहत देखा जाएगा, जबकि सामान्य मरीज को लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करना होगा। ऐसा करने से लाइन छोटी होगी और अधिक देर तक खड़े रहना नहीं होगा।
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लैब भी होगी शिफ्ट
सदर अस्पताल में अभी सरकारी के अलावा एसआरएल नामक प्रयोगशाला चल रही है। जबकि डायग्नोस्टिक सेंटर में भी एक लैब चल रही है। हास्पिटल में दूसरी सेवा शुरू होते ही डायग्नोस्टिक सेंटर में चलनेवाली लैब को अस्पताल में शिफ्ट कर दिया जाएगा। जबकि यह लैब हर जांच के लिए तैयार हो जाएगी तो एसआरएल को बंद कर दिया जाएगा।
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19 डॉक्टरों की एक साल के लिए होगी बहाली
अगर कोई एमबीबीएस है और अभी तक अपनी सेवा नहीं दे रहा है तो वह अस्पताल प्रबंधन से संपर्क कर सकता है। अस्पताल प्रबंधन अपने स्तर से 19 जूनियर डॉक्टर को एक साल के अनुबंध पर बहाल करने जा रहा है। एक डॉक्टर को हर माह 42 हजार रुपया दिया जाएगा। आवश्यकता महसूस होने पर सेवा काल का विस्तार भी किया जा सकता है। मेडिकल कॉलेज में अभी तक 37 डॉक्टरों ने योगदान कर लिया है और 37 और का करना बाकी है।
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वर्जन
उम्मीद है कि इसी माह से दुमका मेडिकल कॉलेज ऑफ हास्पिटल अपना काम शुरू कर देगा। दो ओपीडी के अलावा छह ऑपरेशन थिएटर चलेंगे। 19 जूनियर डॉक्टर की अनुबंध पर एक साल के लिए बहाली करना है। इच्छुक संपर्क कर सकते हैं। हास्पिटल के चालू होने पर कई तरह की सेवा मिलने लगेगी।
डॉ. अनंत कुमार झा, सिविल सर्जन सह प्रभारी अधीक्षक डीएमसीएच, दुमका
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