सिदो-कान्हू पार्क में एक मार्च से लौटेगी रौनक
दुमका एयरपोर्ट रोड के किनारे मयूराक्षी नदी तट पर बने सिदो-कान्हू शौर्य पार्क में अभी ताला लटका है। उम्मीद है कि सरकार के आदेश के बाद एक मार्च से यह ताला खुल जाएगा। लॉकडाउन में पार्क के बंद रहने की वजह से इसकी स्थिति काफी बदहाल हो गई है।
जागरण संवाददाता, दुमका: दुमका एयरपोर्ट रोड के किनारे मयूराक्षी नदी तट पर बने सिदो-कान्हू शौर्य पार्क में अभी ताला लटका है। उम्मीद है कि सरकार के आदेश के बाद एक मार्च से यह ताला खुल जाएगा। लॉकडाउन में पार्क के बंद रहने की वजह से इसकी स्थिति काफी बदहाल हो गई है। समुचित देखरेख के अभाव में पार्क के अधिकतर पौधे सूखने और मुरझाने की कगार पर हैं। झूले, बोटिग व अन्य मनोरंजन सामग्रियों में भी जंग लग गई है। जाहिर है कि पार्क खुलने की सूरत में अब इसे नए सिरे से संवारने की चुनौती होगी।
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पार्क बंद रहने से बाहर से ही घूम कर वापस लौट रहे हैं लोग: पार्क के बंद रहने के कारण प्रतिदिन यहां लोग आते हैं और बाहर से ही इसकी हालत निहार कर वापस लौट जाते हैं। शनिवार को भी पेशे से शिक्षक उज्ज्वल मरांडी और उनकी पत्नी व दो छोटे-छोटे बच्चे पार्क घूमने के उद्देश्य से आए थे, लेकिन पार्क बंद रहने की वजह से निराश होकर वापस लौट गए। पूछने पर उज्ज्वल ने कहा कि लॉकडाउन के कारण जिदगी में कई बदलाव हुए हैं। लॉकडाउन के दौरान वे अपने पैतृक गांव रामगढ़ प्रखंड के करबिधा लौट गए थे। अब जब वापस दुमका लौटे हैं तो बच्चों को घुमाने के उद्देश्य से निकले हैं, लेकिन कुरूवा स्थित सृष्टि उद्यान और सिदो-कान्हू शौर्य पार्क को बाहर से ही देखकर लौट रहे हैं। उम्मीद है कि एक मार्च से इसके अंदर घूमने की इजाजत मिल जाए।
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दुकानदारों में भी मायूसी: दुमका शहर से तकरीबन पांच किलोमीटर दूर स्थित सिदो-कान्हू शौर्य पार्क के आसपास कई दुकानें इस लिहाज से खोली गई हैं कि यहां आने वाले लोग घूमने-फिरने के बाद कुछ समय यहां आकर भी बिताएंगे। खासकर मुख्य द्वार पर चाय-नाश्ते की दुकान और एक ढाबा मचान पार्क की वजह से खूब चल रही थी, लेकिन लॉकडाउन की वजह से इन दुकानों की बिक्री घट गई है। अब जब एक मार्च से पार्क खुलने की उम्मीद है कि तो दुकानदारों के चेहरे पर भी रौनक लौट आई है।
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वर्जन
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एक मार्च से पार्को को खोले जाने के सरकार के निर्णय से खुश हैं। उम्मीद है कि पार्क खुलने के बाद बिक्री फिर वापस लौट आएगी। जब पार्क खुला रहता था तब रोजाना 1000 रुपये से अधिक की बिक्री होती थी, लेकिन अभी घटकर 400 के आसपास है।
मो. सज्जाद, दुकानदार, पार्क गेट, दुमका
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जब से सुने हैं कि सरकार एक मार्च से पार्क खोलने का आदेश दे चुकी है, तब से थोड़ी राहत है। लॉकडाउन के कारण जीना मुश्किल हो गया था। पार्क बंद रहने के कारण आमदनी घट गई थी। पहले रोजाना 2000 रुपये की बिक्री होती थी, जो घटकर 600 रुपये के आसपास रह गई थी। काफी परेशानी में थे।
राजा कुमार साह, दुकानदार, पार्क गेट