पड़ोसी को फंसाने के लिए रचा घर में चोरी होने का नाटक
दुमका ऐसा शायद ही किसी ने सुना होगा कि चोरी के बाद लाखों के जेवरात दूसरे दिन उसी घर की छत से बरामद हो गए जिस घर में चोरी हुई थी। चोरी का आरोप लगाने के लिए कोई पड़ोसी ही इस तरह की हरकत कर सकता है। कथित चोरी की बात पुलिस के गले भी नहीं उतर रही है। पड़ोसी ने भी चोरी की शिकायत दर्ज करायी।
जागरण संवाददाता, दुमका : ऐसा शायद ही किसी ने सुना होगा कि चोरी के बाद लाखों के जेवरात दूसरे दिन उसी घर की छत से बरामद हो गए , जिस घर में चोरी हुई थी। चोरी का आरोप लगाने के लिए कोई पड़ोसी ही इस तरह की हरकत कर सकता है। कथित चोरी की बात पुलिस के गले भी नहीं उतर रही है। पड़ोसी ने भी चोरी की शिकायत दर्ज करायी। अब पुलिस सत्य का पता लगाने के लिए प्राथमिकी दर्ज कराने वाले दोनों पड़ोसी से कड़ाई से पूछताछ करेगी।
शहर के कड़हरबिल निवासी दिलीप साह ने रविवार की देर रात करीब नौ बजे प्राथमिकी दर्ज करायी। जिसमें आरोप लगाया कि दोपहर को परिवार के सभी सदस्य पूजा करने के लिए चूटोनाथ गए थे। शाम को घर लौटे तो मुख्य द्वार का ताला खुला था। अंदर जाकर देखा तो सारा सामान बिखरा पड़ा था। चोर 1.21 लाख नगद के अलावा करीब पांच लाख के जेवर भी ले गए। उन्होंने अपने पड़ोसी संजय साह पर शक जताया था। देर रात ही संजय ने थाना को लिखित सूचना दी कि उनके घर में भी चोरी हुई और करीब चार हजार का सामान चला गया। दोनों की शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की। सोमवार की सुबह दिलीप ने पुलिस को सूचना दी कि छत में तकिया के खोल में करीब एक लाख के जेवर पड़े हैं। सूचना मिलते ही नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और जेवरात को जब्त कर थाना आ गई। दोनों की टीन बाजार में दुकान है। थाना प्रभारी संजय मालवीय ने बताया कि पड़ोसी को फंसाने के लिए ही चोरी का सारा नाटक रचा गया है। ऐसा कहीं होता है कि चोरी के 24 घंटे बाद ही उसी घर की छत से करीब एक लाख के जेवरात मिल जाएं, जिस घर में एक दिन पहले चोरी हुई हो। पड़ोसी को फंसाने के लिए पुलिस को भ्रमित करने का प्रयास किया गया है। दोनों को फिर से थाने बुलाकर कड़ाई से पूछताछ की जाएगी।