पद्मश्री अशोक भगत ने असना को घोषित किया नशामुक्त, संतालों के बीच बनेगा प्रेरणास्रोत Dumka News
संताल परगना में शराब का सेवन एक बड़ी समस्या है। इस सामाजिक समस्या से लड़ने के लिए असना को मॉडल गांव के रूप में विकसित करने का पद्यश्री अशोक भगत ने बीड़ा उठाया है।
दुमका, जेएनएन। झारखंड की उपराजधानी दुमका के शिकारीपाड़ा प्रखंड अंतर्गत पलासी पंचायत का असना गांव संताल परगना में आदिवासियों के लिए अब प्रेरणास्रोत बनेगा। इस गांव को झारखंड के जानेमाने समाजसेवी पद्मश्री अशोक भगत ने नशामुक्त गांव घोषित किया है। भगत ने कहा है कि गांव के महिलाओं और युवाओं को प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा।
संताल परगना में शराब का सेवन एक बड़ी समस्या है। इस सामाजिक समस्या से लड़ने के लिए असना को मॉडल गांव के रूप में विकसित करने का पद्यश्री अशोक भगत ने बीड़ा उठाया है। वे शुक्रवार को पलासी पंचायत के असना गांव पहुंचे। भगत के पहुंचते ही आदिवासी महिलाओं द्वारा पारंपरिक रीति-रिवाज से स्वागत किया गया। बता दें कि असना गांव मे 140 घर हैं जिसमें कुल आबादी लगभग 540 हैं। यह गांव पूर्ण रूप से पद्मश्री अशोक भगत द्वारा नशामुक्त गांव घोषित किया गया।
ग्रामीणों को संबोधित करते हुए भगत ने कहा कि इस गांव के महिलाओं और युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए संस्था द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा और रोजगार से जोड़ा जाऐगा। उन्होंने आस-पास के गांवों को भी असना से प्रेरणा लेकर नशा से दूर रहने का आह्वान किया। इस मौके पर एकल अभियान जिलाध्यक्ष मंगल मंडल, 20 सूत्री अध्यक्ष श्याम मरांडी, पलटन मरांडी, शिवधन सोरेन, कार्नल सोरेन, अमीन किस्कू, दिनेश सोरेन, गोपाल मुर्मू, एकल आचार्य सुरेश टुडू, प्रेमलता हांसदा, आरती सोरेन, रिना बास्की,दिनेश सोरेन, चंपा मरांडी,बहालेन मरांडी आदि उपस्थित थे।