आजसू प्रत्याशी ने आरोपों पर दी सफाई
जामा विधानसभा से आजसू प्रत्याशी डॉ स्टेफी टेरेसा मुर्मू के साथ उनके सचिव द्वारा की गई मारपीट के मामले में रविवार को नया मोड़ आ गया।
जामा विधानसभा से आजसू प्रत्याशी डॉ स्टेफी टेरेसा मुर्मू के साथ उनके सचिव द्वारा की गई मारपीट के मामले में रविवार को नया मोड़ आ गया। सचिव ने इसे चुनावी साजिश बताते हुए सारे आरोप को मनगढ़ंत बताया। शनिवार को प्रत्याशी ने अपने ही निजी सचिव अश्विनी कुमार सिंह पर मारपीट करने व पैसा छीनकर फरार होने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बाद रविवार को सचिव ने सोशल मिडिया पर अपना एक संदेश जारी करते हुए कहा कि कहा कि स्टेफी टेरेसा मुर्मू ने उन पर झूठा, मनगढ़ंत और भ्रमित करने वाला आरोप लगाया है। आरोप लगाया है कि 12 दिसंबर को मैंने उनके साथ मारपीट की है और मोबाइल और बैग आदि छीन लिए। जबकि सच्चाई यह है कि मैं 11 दिसंबर को रांची में था। 12 दिसंबर को डॉ स्टेफी के बुलाने पर मैं उनके आवास जामा गया था। उन्होंने मुझसे कहा कि चुनाव में कई लोग मेरा विरोध कर रहे हैं। इसलिए कुछ दिनों के लिए मै रांची में ही रहूं। उन्होंने अपना बैग, मोबाइल व चार्जर आदि स्वयं मुझे दिया और उसे रांची आवास पर रखने को कहा। उनका दिया हुआ सामान उनके रांची आवास में रख दिया। इसकी पुष्टि समय आने पर की जाएगी। मैंने उनके साथ किसी तरह का अभद्र व्यवहार नहीं किया। मैं डॉ स्टेफी की संस्था रसिक बेसरा मेमोरियल ट्रस्ट का काम पिछले 6 महीने से देख रहा हूं। ऐसे में खुद पर लगाए गए झूठे आरोपों से आहत हूँ। लगता है मुझ पर झूठा आरोप लगाकर डॉ स्टेफी ने आदिवासी वोट पाने की घटिया राजनीति कर रही हैं। उनके कहने पर ही करियर छोड़कर जामा के गांवों में काम कर रहा था। अब मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि इस संदेश की कोई आधिकारिक पुष्टी नही हो रही है।