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एमपी का कड़कनाथ मुर्गा दूर करेगा कई बीमारी

रामगढ़ आयो आयदरी संस्था द्वारा एलईडीपी कार्यक्रम के तहत नाबार्ड के सहयोग से मंगलवार को पथरिया पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र ककनी में स्वयं सहायता समूह की 30 महिलाओं को कड़कनाथ मुर्गा के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दूसरे दिन नाबार्ड के डीडीएम नवीन चंद्र झा ने पहुंचकर प्रशिक्षण का जायजा लिया। कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ही कुक्कट पालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। खेती के साथ-साथ मुर्गी पालन कर किसान अपनी आय को बढ़ा सकते हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Sep 2019 08:22 PM (IST)Updated: Wed, 04 Sep 2019 08:22 PM (IST)
एमपी का कड़कनाथ मुर्गा दूर करेगा कई बीमारी
एमपी का कड़कनाथ मुर्गा दूर करेगा कई बीमारी

रामगढ़ : आयो आयदरी संस्था द्वारा एलईडीपी कार्यक्रम के तहत नाबार्ड के सहयोग से मंगलवार को पथरिया पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र ककनी में स्वयं सहायता समूह की 30 महिलाओं को कड़कनाथ मुर्गा के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दूसरे दिन नाबार्ड के डीडीएम नवीन चंद्र झा ने पहुंचकर प्रशिक्षण का जायजा लिया। कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ही कुक्कट पालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। खेती के साथ-साथ मुर्गी पालन कर किसान अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। कड़कनाथ मुर्गा के बारे में भी जानकारी दी। प्रशिक्षण अंतिका संस्था देवघर के मुकेश कुमार ने बताया कि कड़कनाथ मुर्गा मुख्य रूप से मध्य प्रदेश का है। इसका झारखंड में भी पालन किया जा सकता है। कड़कनाथ मुर्गा पूरी तरह से औषधीय गुणोंवाला मुर्गा है। इस मुर्गा के सेवन करने से कई प्रकार की बीमारी को दूर किया जा सकता है। कड़कनाथ मुर्गा में कॉलेस्ट्राल, फेट्स काफी कम पाया जाता है। इस मुर्गा विटामीन बी वन से लेकर विटामीन बी 12 तक पाया जाता है। कड़कनाथ मुर्गा में भरपूर प्रोटीन है। कई खेलों में खिलाड़ियों के डायट में कड़कनाथ मुर्गा को शामिल किया गया है। दिल और डायबिटीज के रोगियों के लिए कड़कनाथ मुर्गा बेहतरीन दवा है। इस मुर्गा का मांस पांच सौ से 1000 रुपये किलो तक बेचा जाता है। कड़कनाथ मुर्गा कुपोषण को दूर करने के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है। इससे खून की कमी को दूर किया जा सकता है। इसका पालन सामान्य मुर्गा की तरह ही किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्र में इसका पालन करने से किसान अपनी आय में काफी वृद्धि कर सकते हैं। आयो आयदरी संस्था के जयप्रकाश शर्मा ने बताया कि 100 कड़कनाथ मुर्गा को स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के बीच वितरण किया जाएगा। जल्द ही कड़कनाथ मुर्गा रामगढ़ में भी आसानी से उपलब्ध हो पाएगा।

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