एमडीएम का चावल बेचने जा रहा पारा शिक्षक धराया
बासुकीनाथ एमडीएम का चावल एवं दाल बाजार में बेचने जा रहे पारा शिक्षक लोबिन सोरेन को ग्रामीणों ने रंगेहाथ पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। टेंपो में 10 बोरी चावल एवं एक बोरी दाल भरी थी।
बासुकीनाथ : एमडीएम का चावल एवं दाल बाजार में बेचने जा रहे पारा शिक्षक लोबिन सोरेन को ग्रामीणों ने रंगेहाथ पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। टेंपो में 10 बोरी चावल एवं एक बोरी दाल भरी थी। ग्रामीणों ने जरमुंडी थाना में लिखित शिकायत दर्ज करा कर बताया कि प्राथमिक विद्यालय ढोडवारी के पारा शिक्षक लोबिन सोरेन टेंपो में लादकर 10 बोरी चावल एवं एक बोरी दाल बाजार की ओर ले जा रहे थे। शक होने पर ग्रामीणों ने पकड़ा। पारा शिक्षक लोबिन सोरेन से पूछताछ की तो वह भड़क गया। लोबिन ने विद्यालय का चावल बताकर ग्रामीणों से छुटकारा पाने का प्रयास किया। जब ग्रामीणों ने पूछा कि सरकारी बोरी की बजाय सीमेंट बोरी में भरकर क्यों रखा गया है। इतने में पारा शिक्षक भड़क गया एवं ग्रामीणों के साथ गाली-गलौज करने लगा। कहने लगा कि चावल और दाल छोड़ दो नहीं तो सभी को कानूनी पंचड़े में फंसा दिया जाएगा। ग्रामीणों को चेताते हुए कहा कि उसके चावल की जांच करनेवाले वे लोग कौन होते हैं। में स्कूल के लिए ऐसे ही हमेशा चावल ले जाता हूं। ग्रामीणों ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल एक सौ नंबर पर डायल कर मामले की सूचना दी। जरमुंडी थाना पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची एवं चावल लदा टेंपो जब्त कर थाना ले आई। ग्रामीणों ने इस संदर्भ में जरमुंडी थाना में आवेदन देकर बच्चों के मध्याह्न भोजन के चावल एवं दाल को अवैध तरीके से सीमेंट की बोरी में भरकर खुले बाजार में कालाबाजारी करनेवाले पारा शिक्षक एवं इससे जुड़े संबंधित विभाग के पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उसे पकड़नेवालों में पहरीडीह पंचायत के मुखिया महालाल सोरेन, ब्रजून सोरेन, संतोष यादव, गोविद सोरेन सहित अन्य मौजूद थे।
कड़ाई से जांच हुई तो मिलेगा बीआरसी से गायब दाल का सुराग :
ग्रामीणों की मानें तो जरमुंडी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पहरीडीह में कार्यरत सहायक शिक्षक लोबिन सोरेन ने प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी छक्कू लाल मुर्मू से सांठगांठ कर अपनी प्रतिनियुक्ति प्राथमिक विद्यालय ढोडवारी में करवा ली है और विद्यालय का प्रभारी प्रधानाध्यापक बन बैठा है। लोबिन विद्यालय अवधि में अपने विद्यालय में कम ही रहता है एवं उसका अधिकांश समय जरमुंडी बीआरसी भवन एवं जरमुंडी ब्लॉक के बगल में स्थित चावल गोदाम में बीतता है। वो अक्सर स्कूल छोड़कर प्रखंड के शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों की गणेश परिक्रमा में ही मग्न रहता है। ग्रामीणों ने कहा कि जरमुंडी बीआरसी में दो दिन पूर्व गायब 35 क्विटल दाल के मामले में भी अगर गहराई से जांच की जाए तो इस पूरे मामले का खुलासा सहज ही हो जाएगा। लोबिन सोरेन, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी एवं इनसे जुड़े कुछ लोगों से कड़ाई से पूछताछ की जाए तो गायब हुए दाल का भी सुराग मिल सकता है। शुक्रवार को दिनभर बीआरसी भवन में पदाधिकारी व अन्य कर्मी गायब ही दिखे।