बढ़ते एनपीए पर उपायुक्त ने जताई नाराजगी
समाहरणालय सभागार में उपायुक्त राजेश्वरी बी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक शुक्रवार को हुई। उपायुक्त ने जून त्रैमासिक में बैंकों द्वारा किए गए विकास कार्यो की समीक्षा की।
जागरण संवाददाता, दुमका: समाहरणालय सभागार में उपायुक्त राजेश्वरी बी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक शुक्रवार को हुई। उपायुक्त ने जून त्रैमासिक में बैंकों द्वारा किए गए विकास कार्यो की समीक्षा की। इस दौरान पीएमईजीपी, पीएमएमवाई, स्टैंडअप योजनाओं की समीक्षा के क्रम में बढ़ते एनपीए पर नाराजगी जाहिर की। कहा कि केसीसी पर ज्यादा फोकस करें।
जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक प्रवीण कुमार ने बताया कि ऋण संबंधित कार्य पिछली बार से अधिक हुए हैं। इस पर उपायुक्त ने शेष कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि कृषि क्षेत्र में लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि हासिल हो रही है। सरकार द्वारा प्रायोजित किसान उत्पादक समूह, कृषि एवं सिचाई आदि के ऋण आवेदनों का त्वरित निष्पादन करें। इस वित्तीय वर्ष में केसीसी का कार्य को अपनी प्राथमिकता देते हुए कृषि ऋणों का त्वरित निष्पादन करें।
जिले में बनाए गए 17 कृषक उत्पादक समूह: डीडीएम नाबार्ड ने बताया कि जिले में 17 कृषक उत्पादक समूह का गठन किया गया है। इसके माध्यम से किसानों के विकास कार्यों में सुविधा प्राप्त होगी। उपायुक्त ने शहरी क्षेत्रों में प्रधानमंत्री स्वनिधि आत्मनिर्भर योजना अंतर्गत इच्छुक फुटपाथ विक्रेताओं के ऋण आवेदनों की समीक्षा करते हुए बैंकों को निर्देश दिया कि ऋण आवेदनों का यथाशीघ्र निष्पादन करें।
डेयरी गतिविधियों को दें बढ़ावा: बैठक में डेयरी गतिविधियों को बढ़ावा देते हुए ऋण देने की बात की गई। जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक ने बैठक में बताया कि जिले का एनपीए 10 फीसद से 9.35 फीसद हुआ है, जो कि जिले के लिए अच्छा संकेत है। बैठक में आइटीडीए निदेशक राजेश कुमार राय, आरबीआइ रांची एजीएम, डीडीएम नाबार्ड, जीएमडीआइसी सहित बैंक के अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।