ग्राम संगठन से जुड़कर महिलाएं कर सकती हैं बड़ा कार्य: बीडीओ
झारखंड राज्य आजीविका संवर्धन सोसाइटी की ओर से गुरुवार को भातुड़िया बी पंचायत के सरौता गांव में सरौता आजीविका ग्राम संगठन के कार्यालय का उद्घाटन बीडीओ अमल जी एवं झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक रामगढ़ के शाखा प्रबंधक अमन कुमार जोशी ने संयुक्त रूप से किया।
संवाद सहयोगी, रामगढ़: झारखंड राज्य आजीविका संवर्धन सोसाइटी की ओर से गुरुवार को भातुड़िया बी पंचायत के सरौता गांव में सरौता आजीविका ग्राम संगठन के कार्यालय का उद्घाटन बीडीओ अमल जी एवं झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक रामगढ़ के शाखा प्रबंधक अमन कुमार जोशी ने संयुक्त रूप से किया। बीडीओ ने कहा कि समूह में जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं। समूह के माध्यम से कोई भी बड़ा कार्य को आसानी से किया जा सकता है। कहा कि यदि समूह बैंक से ऋण लेता है तो उसे समय पर चुकाना समूह की जिम्मेवारी है। ऋण लेकर सामूहिक तौर पर कुछ काम करना चाहिए। समूह द्वारा उत्पादित की जाने वाली सामग्रियों को बेचने के लिए उनके द्वारा जल्द ही प्रखंड मुख्यालय परिसर में पलास ब्रांड के नाम से एक दुकान खोली जाएगी।
उन्होंने कहा कि सीएलएफ द्वारा अब मनरेगा की राशि से योजनाओं का संचालन किया जाएगा। सीएलएफ की महिलाएं मनरेगा के तहत मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराएंगी। समूह से जुड़कर महिलाएं छोटे-छोटे व्यापार जैसे आचार लगाना, पापड़ बनाना, अगरबत्ती बनाना इत्यादि काम प्रारंभ कर सकती है।
शाखा प्रबंधक अमन कुमार जोशी ने कहा कि आज महिलाएं किसी भी मायने में पुरुषों से कम नहीं है। महिलाएं घर से निकलकर एकजुट हो रही हैं जो परिवर्तन का संकेत है। भातुड़िया बी पंचायत के मुखिया विकास कोल ने कहा कि महिलाएं संगठित होकर समाज में फैली कुरीतियों को दूर कर सकती हैं। जेएसएलपीएस के आइपीआरपी टेरेसा हेंब्रम ने कहा कि सैरात आजीविका ग्राम संगठन में गांव के छह स्वयं सहायता समूहों की लगभग 80 महिलाओं को शामिल किया गया है। सात दिनों तक महिलाओं ने ग्राम संगठन तैयार करने के लिए काफी मेहनत की है।
ग्राम संगठन में पकु हेंब्रम को अध्यक्ष, मुन्नी टुडू को सचिव, प्रमिला देवी को कोषाध्यक्ष एवं सुहागनी टुडू को चयनित किया गया है। मौके पर भतुड़िया बी पंचायत के समाजसेवी नागेंद्र राय, ग्राम प्रधान जीतलाल सोरेन, वार्ड सदस्य सुशीला हांसदा, सीनियर सीआरपी पूजा कुमारी, निर्मला बेसरा, प्रसन्नजीत कुमार समेत कई महिलाएं मौजूद थीं।