कालाजार उन्मूलन के लिए प्रशासन ने कसी कमर
दुमका सदर प्रखंड के सभागार में प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में हुई। प्रथम चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जावेद ने बताया कि पिछले वर्ष प्रखंड दुमका में कुल 110 गांवों में कालाजार उन्मूलन पर काम किया गया था।
जागरण टीम, दुमका: जिले के जामा, काठीकुंड व गोपीकांदर प्रखंड में शनिवार को कालाजार उन्मूलन के लिए बैठक का आयोजन किया गया और हर घर में कीटनाशक का छिड़काव करने का निर्देश दिया गया।
जामा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीडीओ सिद्धार्थ शंकर यादव ने कहा कि कालाजार से प्रभावित गांवों में 15 फरवरी से कीटनाशक छिड़काव करना है। सभी घरों में शत-प्रतिशत छिड़काव अनिवार्य है। छिड़काव के दिन सभी घरों में पोस्टर व स्टिकर भी चिपकाएं। मौके पर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. कुमार अभय, विकास मिश्रा, सहिया व स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।
काठीकुंड में बीडीओ रजनीश कुमार ने बताया कि प्रखंड के कड़हलबिल, लखनपुर, पोखरिया, भंडारो, झिलीमिली, लेदापाथर गांव में कालाजार उन्मूलन को लेकर कीटनाशक छिड़काव किया जाना है। जागरूकता के लिए जेएसएलपीएस की ओर से रैली निकाली जाएगी। बैठक में प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी रवि प्रकाश, पंचायत राज पदाधिकारी रघुवंश भारती समेत स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे।
गोपीकांदर में प्रखंड विकास पदाधिकारी राजीव कुमार ने विकास भवन में बैठक करने के बाद कहा कि कालाजार उन्मूलन के लिए 15 फरवरी से आइआरएस छिड़काव करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि लोगों को जागरूकता हेतु जेएसएलपीएस द्वारा रैली निकाली जाएगी। जागरूकता के लिए सभी गांवों में पोस्टर, बैनर लगाए जाएंगे।
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आइआरएस छिड़काव में एक भी घर छूटना नहीं चाहिए
जागरण संवाददाता, दुमका: दुमका सदर प्रखंड के सभागार में प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में हुई। प्रथम चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जावेद ने बताया कि पिछले वर्ष प्रखंड दुमका में कुल 110 गांवों में कालाजार उन्मूलन पर काम किया गया था। इसमें 40 वीएल और 10 पीकेडीएल के मरीज मिले थे। कालाजार के मरीज कम मिलने के कारण इस वर्ष सिर्फ 65 गांव में कालाजार उन्मूलन हेतु छिड़काव किया जा रहा है। अभी तक सदर प्रखंड में इस वर्ष तीन वीएल और एक पीकेडीएल डीएल का मरीज मिला। उनका इलाज चल रहा है।
बीडीओ ने बाल विकास परियोजना के पर्यवेक्षक, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, प्रखंड प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, सभी पंचायत सचिव को सख्त निर्देश दिया कि आइआरएस छिड़काव कार्यक्रम को शत-प्रतिशत सफल बनाना है। एक भी घर छूटना नहीं चाहिए।