12 दिन के संघर्ष के बाद विवाहिता ने तोड़ा दम
सरैयाहाट आग से जलने के बाद 12 दिन तक जीवन और मृत्यु से संघर्ष करनेवाली सरैयाहाट के घघरी गांव की विवाहिता 23 साल की निकिता देवी ने गुरुवार की सुबह सदर अस्पताल के बर्न वार्ड में दम तोड़ दिया। पत्नी की मौत के बाद पति शव को अस्पताल में छोड़कर फरार हो गया। नगर थाना की पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजन के सुपुर्द कर दिया।
सरैयाहाट : आग से जलने के बाद 12 दिन तक जीवन और मृत्यु से संघर्ष करनेवाली सरैयाहाट के घघरी गांव की विवाहिता 23 साल की निकिता देवी ने गुरुवार की सुबह सदर अस्पताल के बर्न वार्ड में दम तोड़ दिया। पत्नी की मौत के बाद पति शव को अस्पताल में छोड़कर फरार हो गया। नगर थाना की पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजन के सुपुर्द कर दिया। मृतका के पिता श्याम सुंदर मंडल ने दामाद मिथिलेश मंडल व उसकी मां शीला देवी को नामजद आरोप बनाते हुए मामला दर्ज कराया। दहेज के लिए ससुरालवालों ने मारपीट करने के बाद 29 जून जान मारने के इरादे से किरोसिन तेल डालकर आग लगा दी थी। निकिता के चिलाने के बाद ग्रामीणों ने आकर उसे अधिक जलने से बचाया। ज्यादा जल जाने के बाद सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने बोकारो रेफर कर दिया। वहां सुधार नहीं होने पर रांची रिम्स में भर्ती कराया गया। चिकित्सक ने इलाज के दौरान साफ कह दिया था कि महिला के बचने की उम्मीद कम है। फिर भी चिकित्सक उसे बचाने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान पिता रिलीज कराकर दुमका ले आए और सदर अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान गुरुवार को उसकी मौत हो गई। पत्नी के मौत की जानकारी जैसे ही पति को वह शव छोड़कर भाग गया। मृतका के पिता ने बताया कि वर्ष 2017 में बेटी की शादी धूमधाम के साथ घघरी गांव के पुरुषोत्तम मंडल के पुत्र मिथिलेश मंडल के साथ की थी। शादी के एक वर्ष तक सब कुछ ठीक ठाक रहा। इस दौरान उसने एक पुत्र को भी जन्म दिया। उसके बाद पति मायके से 25 हजार रुपये लाने का दबाव देने लगा। मना करने पर मृतका को प्रताड़ित करने लगा। वह पति एवं सास की प्रताड़ना सहती रही। 29 जून को दहेज की मांग को लेकर मारपीट कर जान मारने के लिए केरोसिन तेल डालकर आग लगा दिया। गुरुवार को दुनिया छोड़कर चली गई। पुलिस ने इस मामले में किसी भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया है। जबकि आरोपित पति मिथिलेश के पिता को पहले से ही हिरासत में लिए हुए हैं।