बिहार में जदयू इंजन, भाजपा डिब्बा : सालखन
दुमका बिहार में जदयू भाजपा पर निर्भर नहीं है। जदयू इंजन है और भाजपा डिब्बा है। नीतीश की सोच दूसरे नेताओं से अलग है। वे जनता के बारे में ही सोचते हैं। झारखंड में भाजपा और झामुमो दारूबाज पार्टी है। बिहार में लाख विरोध के बाद भी नीतिश ने शराबबंदी की। जितना शराब से राजस्व मिलता था उससे कहीं ज्यादा बंद के बाद मिल रहा है।
दुमका : बिहार में जदयू भाजपा पर निर्भर नहीं है। जदयू इंजन है और भाजपा डिब्बा है। नीतीश की सोच दूसरे नेताओं से अलग है। वे जनता के बारे में ही सोचते हैं। झारखंड में भाजपा और झामुमो दारूबाज पार्टी है। बिहार में लाख विरोध के बाद भी नीतिश ने शराबबंदी की। जितना शराब से राजस्व मिलता था, उससे कहीं ज्यादा बंद के बाद मिल रहा है। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हद ही कर दी, वे राशन दुकान की तरह ही शराब की दुकान खुलवाकर लोगों को लती बना रहे हैं। झामुमो भी केवल वोट बैंक के लिए हड़िया व देशी शराब का सहारा लेती है। अब समय आ गया है। राज्य में इन दोनों दारूबाज पार्टी से मुकाबला करना है। विधानसभा चुनाव में शराबबंदी ही मुख्य मुद्दा होगा।
यह बात जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने झारखंड अलग राज्य बने 20 साल हो गया है। चार बार भाजपा और चार बार झामुमो के पिता पुत्र मुख्यमंत्री बने लेकिन किसी ने शराब बंद करने का प्रयास नहीं किया। झारखंड में सरकार शराब बंद करने की बजाय और बढ़ाना चाहती है। वह आदिवासी समाज के लोगों को शराब का लती बनाकर उनकी जमीन लेने का प्रयास कर रही है। डबल इंजन की सरकार शराब के सहारे चल रही है। वहीं झामुमो भी केवल वोट बैंक के लिए शराब का इस्तेमाल करते आया है। दोनों के रहते राज्य में कभी शराब बंदी लागू नहीं हो सकती। अगर इस बार जदयू की सरकार बनी या फिर सहयोगी बनी तो राज्य में शराब बंदी होगी। शराब बेचनेवालों को दो साल के लिए हर माह दस हजार रुपया दिया जाएगा और इसी बीच उनके लिए रोजगार के अवसर तैयार किए जाएंगे। पैसों में भाजपा और झामुमो जदयू से बहुत ऊपर है लेकिन जनता के दिल में जदयू ही राज करती है। शराब बंदी को इस बार चुनाव में मुख्य मुद्दा बनाया जाएगा। 11 अक्टबूर से संताल परगना के छह जिलों में जनभावना यात्रा की शुरूआत की जाएगी। यात्रा में बिहार के कई बड़े नेता भी शामिल होंगे। एक सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि आप पार्टी को पहले कौन जानता था लेकिन जनता ने विश्वास कर उसे कहां से कहां तक पहुंचा दिया। जदयू भी शराब बंदी के नाम पर जनता के दिल में उतरने का हरसंभव प्रयास करेगी।