महिला-पुरुष को निर्वस्त्र घुमाने वाले प्रधान समेत छह गिरफ्तार
मुफस्सिल थाना क्षेत्र की बड़तल्ली पंचायत के एक गांव में सोमवार की देर रात शादीशुदा महिला पुरुष को निर्वस्त्र कर गांव में एक किमी तक घुमाने वाले प्रधान समेत छह लोगों को पुलिस ने गिरफतार कर लिया।
मुफस्सिल थाना क्षेत्र की बड़तल्ली पंचायत के एक गांव में सोमवार की देर रात शादीशुदा महिला पुरुष को निर्वस्त्र कर गांव में एक किलोमीटर तक घुमाने वाले प्रधान समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर बुधवार को जेल भेज दिया है। जेल जाने वाले में प्रधान शामुधन किस्कू, उसका बेटा किरण किस्कू, महिला का जेठ खंटू मुर्मू, देवर दीवान मुर्मू, गच्छा मुर्मू व गोपीन मुर्मू शामिल हैं। बाकी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
मंगलवार को डीएसपी विजय कुमार ने बताया कि सोमवार देर रात घटना का पता चलने के बाद पुलिस की एक टीम बनाकर आरोपित की तलाश में छापेमारी की गई। नामजद पांच समेत करीब 50 अज्ञात आरोपित गांव छोड़कर फरार हैं। रात भर हुई छापेमारी मे दूसरे गांव में छिपे प्रधान शामुधन किस्कू, उसका बेटा किरण किस्कू, महिला का जेठ खंटू मुर्मू, देवर दीवान मुर्मू, गच्छा मुर्मू व गोपीन मुर्मू को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में इन लोगों से कुछ और लोगों का नाम पता चला है। उनकी पहचान कर गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है। गांव वालों को शक था कि महिला और उसके साथ काम करने वाले राजमिस्त्री में अवैध संबंध है। युवक कई बार महिला के घर आ चुका है। सोमवार को जैसे ही युवक महिला के घर में प्रवेश किया प्रधान के इशारे पर महिला के कुछ रिश्तेदारों ने गांव वालों के साथ मिलकर धर दबोचा और दोनों को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया। यह सारी वारदात महिला की ससुराल में हुई है। महिला तीन बच्चों की मां और पुरुष दो बच्चों के पिता है।
दूसरे गांव के लोगों ने किया विरोध : पुलिस की माने तो गांव में करीब एक किलोमीटर तक महिला-पुरुष को निर्वस्त्र कर घुमाने के बाद प्रधान दोनों को मुख्य सड़क होते हुए सरंभगा गांव ले जाकर अपनी दबंगता साबित करना चाहता था। सरभंगा गांव के लोगों ने प्रधान को अंदर आने नहीं दिया और पुलिस को इसकी जानकारी दी।
दो दिन से किया जा रहा था प्रताड़ित:
महिला के भाई ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन को शनिवार की शाम से ही प्रधान ने युवक के साथ पकड़कर अपने घर में रखा था। घर पर प्रताड़ित भी किया। सोमवार की शाम प्रधान से सूचना मिलने के बाद वह मां के साथ गांव पहुंचा। प्रधान ने साफ कहा कि दो दिन तक दोनों को रखा है और उनके खाने पीने पर करीब 15 हजार रुपये खर्च किए हैं। जब तक सारा रुपये नहीं मिलेंगे तो दोनों को छोड़ा नहीं जाएगा। प्रधान व उसके आदमियों ने उसकी और मां के साथ मारपीट करते हुए जेब से 18 सौ रुपये निकाल लिए। इसके बावजूद पंद्रह हजार पूरे नहीं हुए बहन और युवक को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया। आश्चर्य की बात यह है कि महिला व पुरुष दो दिन तक प्रधान की गिरफ्त में रहे, लेकिन गांव के किसी भी व्यक्ति ने प्रधान के डर की वजह से पुलिस को सूचना देना जरूरी नहीं समझा। शनिवार को ही पुलिस को बंधक बनाने की खबर मिल जाती तो शायद पुलिस दोनों को गांव में घुमाने से रोक पाती है। थाना प्रभारी उमेश राम का कहना है कि जैसे ही गांव के लोगों से सूचना मिली, तत्काल ही गांव में दबिश देकर दोनों को सकुशल मुक्त कराकर थाना लाया गया। गांव के लोगों ने प्रधान के खौफ की वजह से समय पर सूचना नहीं दी। महिला को सहायता व सुरक्षा : मंगलवार को घटना की जानकारी मिलने के बाद उपायुक्त के निर्देश पर रात को सदर प्रखंड के बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा व पुलिस निरीक्षक उमेश राम महिला को थाने से सीधे उसके मायके ले गए, जहां गांव के लोगों को बुलाकर घटना की जानकारी दी गई। बीडीओ ने तत्काल कुछ रुपये, 25 किलो चावल और कपड़ा भी उपलब्ध कराया। बीडीओ ने गांव वालों से कहा कि यह उनके गांव की बेटी है। अब उसकी सुरक्षा करना सभी का दायित्व है। उसकी सुरक्षा के लिए एक चौकीदार को लगाया गया है। गांव के लोगों ने बीडीओ को आश्वासन दिया कि गांव की महिला की देखभाल अब से स्वयं करेंगे।
प्रधान का रद होगा पट्टा : डीएसपी विजय कुमार ने कहा कि प्रधान पर गांव के लोगों की जिम्मेदारी होती है। उस पर विकास का बड़ा दायित्व होता है। इसके बाद भी प्रधान ही इस तरह की घिनौनी हरकत करेगा तो गांव के लोग किस पर भरोसा करेंगे। अपने ही गांव के लोगों के साथ इस तरह की हरकत करने वाले को प्रधान कहलाने का कोई हक नहीं है। प्रशासन से प्रधान का पट़्टा रद करने के लिए लिखा जाएगा।
जेल जाने तक थाने में डटी रहीं आरोपितों की पत्नियां : पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपितों की पत्िनयां कुछ रिश्तेदारों के साथ थाना पहुंच गई। वह अपने साथ कपड़ा और कुछ खाने का सामान लेकर आई थीं। सभी ने पुलिस से कहा कि एक बार पति से मिलना है। करीब एक घंटे के इंतजार के बाद प्रधान की पत्नी और एक अन्य महिला को उसके पति से मिलने दिया गया। महिलाओं का कहना था कि प्रधान के कहने पर ही उनके घरवालों ने दोनों के साथ गलत किया है। अगर प्रधान की बात नहीं मानते तो गांव में भी परेशान होना पड़़ता।