गोपीकांदर में नहीं थम रहा अवैध पत्थर खनन
गोपीकांदर थाना क्षेत्र के अहरीचुंआ छतरचुंआ रामपुर एवं मुसना में अवैध खनन और क्रशर संचालन का कारोबार जारी है। हाल यह कि जिला खनन टास्क फोर्स टीम द्वारा नियमित रूप से गोपीकांदर थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में चल रहे वैध-अवैध पत्थर खदानों और क्रशर की जांच तक नहीं की जाती है।
संवाद सहयोगी, काठीकुंड: गोपीकांदर थाना क्षेत्र के अहरीचुंआ, छतरचुंआ, रामपुर एवं मुसना में अवैध खनन और क्रशर संचालन का कारोबार जारी है। हाल यह कि जिला खनन टास्क फोर्स टीम द्वारा नियमित रूप से गोपीकांदर थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में चल रहे वैध-अवैध पत्थर खदानों और क्रशर की जांच तक नहीं की जाती है।
खनन विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक, गोपीकांदर में 16 पत्थर खदान और 22 स्टोन क्रशर हैं। केवल अहरीचुंआ में 11 पत्थर खदान का पट्टा है, जबकि खनन विभाग अहरीचुंआ गांव में 21 होने की पुष्टि करता है। जानकारी के मुताबिक, गोपीकांदर में 60 से ज्यादा क्रशर अवैध रूप से चलाए जा रहे हैं। इनमें कितने के पास कंसेंट टू ऑपरेट का आदेश है, यह जांच का विषय है। अहरीचुंआ गांव में वैध खदान व क्रशर की आड़ में कई अवैध खदान व क्रशर चलाए जा रहे हैं। जिले के पूर्व उपायुक्त मुकेश कुमार ने जिला टास्क फोर्स टीम को अवैध खनन के विरुद्ध कार्रवाई का आदेश दिया था, लेकिन गोपीकांदर में ना तो उस समय जांच हुई और ना ही अभी जांच हो रही है। जांच के नाम पर खनन विभाग द्वारा सिर्फ खानापूर्ति ही की जा रही है।
इस मामले में गोपीकांदर के अंचलाधिकारी राजीव कुमार ने कहा कि अभी तक किसी भी क्रशर व पत्थर खदान की जांच नहीं हुई है। एनजीटी के दायरे में कई पत्थर व्यवसायी इस क्षेत्र से भी जुड़े हैं। एनजीटी की ओर से किए गए जुर्माना के मामले में यहां के पत्थर कारोबारियों में भी हड़कंप है और इन्हें भी जुर्माने से संबंधित नोटिस का इंतजार है।