रोजगार दिलाने के नाम पर दूसरे शहरों में बेची जा रही किशोरियां
रोजगार दिलाने के नाम पर ग्रामीण युवतियों को इलाहाबाद एवं दूसरे शहरों में ले जाकर बेच दिए जाने के मामले शुक्रवार की देर शाम प्रकाश में आया। इसको लेकर जामा की चिहरबनी गांव की 35 वर्षीय सुकुरमुनी सोरेन ने शुक्रवार की देर शाम इस धंधे में संलिप्त दंपति के खिलाफ जामा थाना में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपित दंपति को लेकर पूछताछ की।
फोटो : 010, 011
- दलालों की चंगुल से लौटी महिला ने किया खुलासा
- जामा व जरमुंडी थाने में शिकायत के बाद पुलिस छानबीन में जुटी
- ग्रामीणों ने की सभी लड़कियों को सकुशल वापस लाने की मांग
- कथित तौर पर दलाली करने वाली दंपति से पुलिस ने की पूछताछ
संवाद सहयोगी, जामा : रोजगार दिलाने के नाम पर ग्रामीण युवतियों को इलाहाबाद एवं दूसरे शहरों में ले जाकर बेच दिए जाने के मामले शुक्रवार की देर शाम प्रकाश में आया। इसको लेकर जामा की चिहरबनी गांव की 35 वर्षीय सुकुरमुनी सोरेन ने शुक्रवार की देर शाम इस धंधे में संलिप्त दंपति के खिलाफ जामा थाना में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपित दंपति को लेकर पूछताछ की। जिसके बाद दोनों को फिलहाल छोड़ दिया है। आरोपित दंपति में बालक हेंब्रम और उसकी पत्नी प्रेमलता मुर्मू है।
गांव की कई लड़कियां हैं गायब
जामा प्रखंड के नाचनगड़िया गांव की महिला रीना देवी की 17 वर्षीय पुत्री सुरूजमुनी कई माह से लापता है। लकड़जोरिया गांव के सनत बेसरा की बहन मंती बेसरा भी बीते चार साल से लापता है। सुरूजमुनी डेढ़ माह पूर्व लॉकडाउन के दौरान नाचनगड़िया, चिहरबनी और लकड़जोरिया की पांच युवतियों के साथ इलाहाबाद काम करने गई थी। इन्हें नाचनगड़िया गांव में रहने वाले कथित तौर पर दलाल दंपति बालक हेंब्रम एवं प्रेमलता मुर्मू ने इलाहाबाद भेजा था। इसमें चिहरबनी गांव की 35 वर्षीय सुकुरमुनी सोरेन दलालों की चंगुल से छुट कर गुरुवार की देर शाम अपने घर पहुंची। जिसके बाद उसने ही इस पूरे मामले की जानकारी अपने स्वजनों को दी। महिला ने स्वजनों और ग्रामीणों को बताया कि उनलोगों को इलाहाबाद में किसी अज्ञात जगह पर झोपड़ी में रखा गया था। वहां का मालिक किसी से लड़की को बेचने की बात कर रहा था। बातें सुनने के बाद उसने किसी तरह अपने भाई को चुपचाप फोन कर दी। इधर सुकुरमुनी का फोन आते ही उसका भाई नाचनगड़िया के उस दंपति पर दबाव बनाना शुरू किया जिसके माध्यम से उसे इलाहाबाद भेजा गया था। जब सुकुरमुनी के भाई ने प्रेमलता मुर्मू तथा बालक हेंब्रम को यह धमकी दिया कि अगर उसकी बहन सकुशल वापस नहीं लौटी तो वह दोनों पर प्राथमिकी दर्ज कराएगा। प्राथमिकी के भय से उसे को इलाहाबाद के दलालों ने बस पर बैठाकर उसे वापस भेज दिया। सुकुरमुनी के इस खुलासे के बाद ग्रामीणों ने पंचायत बुलाकर बहला-फुसला कर काम दिलाने के नाम पर बाहर भेजने वाली नाचनगाड़िया की दंपति को जामा थाना के हवाले कर दिया।
ग्रामीणों ने सभी युवतियों के सकुशल घर वापसी मांग की
काम दिलाने के बहाने इलाहाबाद भेजी गई सभी युवतियों को सकुशल वापस घर पहुंचाए जाने की मांग शुक्रवार की देर शाम ग्रामीणों ने जामा थाना की पुलिस से की है। ग्रामीणों ने कहा है कि इस मामले में दलाल दंपति के द्वारा तरह-तरह का बहाना बनाया जा रहा है। शुक्रवार को ग्रामीणों की शिकायत पर जामा की पुलिस पति-पत्नी को थाना लाकर पूछताछ कर रही है। इस मामले में जरमुंडी की पुलिस भी जामा थाना का सहयोग कर रही है। पुलिस इलाहाबाद में फंसी युवतियों से संपर्क साधने की कोशिश में लगी है। इसके पहले जरमुंडी थाना में रीना देवी ने भी इस घटना की जानकारी जरमुंडी थाना की पुलिस को दी थी।
ग्रामीणों ने पुलिस से की कार्रवाई की मांग
शुक्रवार को नाचनगड़िया मैदान में हुई पंचायत में शामिल सोनाराम हांसदा, चिकनिया के पूर्व मुखिया अर्जुन मुर्मू पीड़िता के स्वजन परिमल सोरेन ने जामा थाना की पुलिस से महिला अत्याचार और मानव तस्करी इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा है कि एक बड़ा गिरोह सक्रिय है। काम दिलाने के नाम इनके द्वारा मानव तस्करी की जा रही है। वर्जन सबसे पहले इस मामले में जरमुंडी थाना में रीना देवी ने गुरुवार को शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद इलाहाबाद से लौटी सुकुरमुनी सोरेन ने शुक्रवार की देर शाम एक शिकायत दर्ज कराई है। जिसके आधार पर पुलिस ने कथित तौर पर आरोपित दंपति से पूछताछ किया है। पूछताछ के बाद पुलिस ने शनिवार को उन्हें फिलहाल छोड़ दिया है। पुलिस इस मामले पड़ताल में जुटी है।
कृष्णा राम, थाना प्रभारी, जामा