सादीपुर के निकट वितरणी का तटबंध टूटने से सिचाई बाधित
मसानजोर डैम के दायरे में आने वाला दुमका सदर और रानीश्वर प्रखंड के किसानों में मायूसी है। कारण डैम के सिचित क्षेत्र में डैम से सिचाई सुविधा मुहैया नहीं होने के कारण रबी के लिए तैयार खेतों में बोआइ का काम शुरू नहीं हो सका है। मसानजोर डैम के बायां तट मुख्य नहर के अधीन छह वितरणी एवं कई उप वितरणियों का समुचित रखरखाव नहीं होने के कारण इन क्षेत्रों में पटवन सेवा प्रभावित है।
- सिचाई सुविधा बहाल नहीं होने से रबी की खेती पर प्रतिकूल प्रभाव
- अविलंब सिचाई सुविधा बहाल कराने की मांग कर रहे किसान
संवाद सहयोगी, रानीश्वर : मसानजोर डैम के दायरे में आने वाला दुमका सदर और रानीश्वर प्रखंड के किसानों में मायूसी है। कारण डैम के सिचित क्षेत्र में डैम से सिचाई सुविधा मुहैया नहीं होने के कारण रबी के लिए तैयार खेतों में बोआइ का काम शुरू नहीं हो सका है। मसानजोर डैम के बायां तट मुख्य नहर के अधीन छह वितरणी एवं कई उप वितरणियों का समुचित रखरखाव नहीं होने के कारण इन क्षेत्रों में पटवन सेवा प्रभावित है। सिचाई एवं जल पथ अवर प्रमंडल रंगालिया के सादीपुर वितरणी का तटबंध टूट गया है। जिसकी वजह से यहां बीते दो सप्ताह से पटवन सेवा बाधित है। दूसरी ओर सिचाई प्रशाखा रानीबहाल के कनीय अभियंता नहर की मरम्मती कराने को लेकर उदासीन हैं। किसान मंटू रामदास के मुताबिक यहां के किसान हजारों एकड़ भू-भाग पर गेंहू, सरसों के साथ सब्जी की खेती करने के लिए जमीन तैयार कर लिए हैं। पटवन सेवा ठप होने के कारण यहां कृषि कार्य प्रभावित हो रहा है । किसान विश्वनाथ महतो, विल्वदल हाजरा, विशु लायक, झुरको बागती, गोपाल लायक, दुखू बागती ,कृष्ण बागती, निप्पल बाउरी, विमल दास, गौर धीवर, फटीक धीवर ने कहा कि नहर की मरम्मती कराने की मांग करके थक चुके हैं लेकिन रानीबहाल प्रशाखा कार्यालय की ओर से अब तक कोई पहल नहीं किया जा रहा है। किसानों ने कहा कि सिचाई प्रशाखा के कनीय अभियंता एवं रंगालिया अवर प्रमंडल के सहायक अभियंता मुख्यालय में नहीं रहते हैं इसलिए इनसे संपर्क करना भी मुश्किल है। किसानों ने कहा कि अगर शीघ्र ही पटवन सेवा बहाल नहीं की गई तो रबी की खेती बुरी तरह से प्रभावित हो जाएगी और इससे किसानों को काफी क्षति हो सकता है।