धावा दल ने ब्रेड फैक्ट्री से दो बाल श्रमिकों का किया रेस्क्यू
जामा चौक पर ब्रेड फैक्ट्री में काम करते
धावा दल ने ब्रेड फैक्ट्री से दो बाल श्रमिकों का किया रेस्क्यू
जागरण संवाददाता, दुमका : जिला स्तर पर बाल श्रम उन्मूलन के लिए गठित धावा दल ने बुधवार को जिले के जामा चौक पर संचालित एक ब्रेड फैक्ट्री से दो बाल श्रमिकों का रेस्क्यू किया। दोनों बालक पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के रहने वाले हैं और आपस में मौसेरे भाई हैं। चाइल्ड लाइन दुमका के टीम मेंबर निक्कू कुमार और शांतिलता हेंब्रम ने दोनों बालकों को सोमवार को बेंच आफ मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया। बाल कल्याण समिति के चेयरपर्सन अमरेंद्र कुमार, सदस्य रंजन कुमार सिन्हा और नूतन बाला ने नियोक्ता और दोनों बालकों का बयान दर्ज किया। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिला के शादीपुर इलाके में रहने वाले ब्रेड फैक्ट्री के मालिक राबिन कुमार दास ने अपने बयान में बताया कि वह दुमका के जामा चौक में ब्रेड फैक्ट्री चलाता है। जिसमें छह लोग काम करते हैं। इनमें से दो बालक हैं जिन्हें रेस्क्यू किया गया है जो पिछले एक माह से कार्यरत थे। वह इनमें से एक को मासिक 6000 रुपये और दूसरे को मासिक 6500 रुपये देता है। अभी दोनों को तीन-तीन हजार रुपये ही दिया है। दोनों ब्रेड फैक्ट्री के भट्टी में काम करते हैं। इनमें से एक बालक ने अपने बयान में बताया कि काम करने के दौरान भट्टी में उसका हाथ जल गया था और मालिक ने इलाज करवाया था। कक्षा पांच तक पढ़े दोनों बालकों ने पढ़ाई जारी रखने की इच्छा जताई है। चेयरपर्सन अमरेन्द्र कुमार ने बताया कि दोनों बालकों के अभिभावकों को सूचना दे दी गई है। बाल श्रम कराने के मामले में नियेक्ताओं से जुर्माना वसूलने, दैनिक मजदूरी दिलवाने के अलावा कानूनी कार्रवाई का भी प्राविधान है। इस मामले में दोनों बालकों को नियोक्ता से बकाया मजदूरी के अलावा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी भी दिलाई जाएगी और बालकों को पुनर्वासित किया जाएगा।