अस्पताल में वृद्धा की मौत, स्वजनों ने किया किनारा
जिले में भले ही कोरोना संक्रमण की गति काफी धीमी हो गई हो लेकिन कोरोना के डर से लोग अपने ही लोगों का शव लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। मंगलवार को 70 वर्षीय सजनी मुर्मू की इलाज के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, दुमका: जिले में भले ही कोरोना संक्रमण की गति काफी धीमी हो गई हो, लेकिन कोरोना के डर से लोग अपने ही लोगों का शव लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। मंगलवार को 70 वर्षीय सजनी मुर्मू की इलाज के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गई। महिला विजयपुर की रहने वाली थी। एक अप्रैल को हुए हादसे में महिला घायल हो गई थी। मंगलवार को शाम तक स्वजनों के सामने नहीं आने के कारण शव को लावारिस घोषित कर पहचान के लिए मॉर्चरी भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार, घायल महिला का सर्जरी वार्ड में इलाज चल रहा था। वहीं सुबह उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने स्वजनों से मोबाइल पर संपर्क किया, लेकिन दोपहर तक कोई शव लेने नहीं आया। शव से गंध इतनी तेज आ रही थी कि वार्ड में खड़ा होना मुश्किल था। मरीजों को हो रही असुविधा को देखते हुए अधीक्षक ने एसडीओ को जानकारी देने के बाद शव को लावारिस घोषित कर दिया।
अधीक्षक डॉ. रवींद्र कुमार ने बताया कि परिवार के लोग शव लेने नहीं आए। इसलिए शव को सुरक्षित रख दिया गया है। इसकी जानकारी एसडीओ को भी दी गई है। अगर तीन दिन तक स्वजन शव लेने नहीं आए तो लावारिस मानकर अंतिम संस्कार करा दिया जाएगा।