जीवित व्यक्ति से पांच गुना कम होता है शव से संक्रमण का खतरा
लोग किसी की मौत के बाद शव के आसपास जाने या मृतक के घर जाने से परहेज कर रहे हैं जबकि हकीकत यह है कि जीवित के मुकाबले शव से कोरोना संक्रमण का खतरा पांच गुना कम है।
जागरण संवाददाता, दुमका: लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या के बाद लोग घरों से निकलने के साथ दूसरों से मिल भी रहे हैं, लेकिन किसी की मौत के बाद शव के आसपास जाने या मृतक के घर जाने से परहेज कर रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि जीवित के मुकाबले शव से कोरोना संक्रमण का खतरा पांच गुना कम है।
सिविल सर्जन डॉ अनंत कुमार झा ने बताया कि कोरोना संक्रमण से मृत व्यक्ति न तो छींक-खांस और न ही थूक सकता है। वह जीवित व्यक्ति के मुकाबले पांच गुना कम संक्रमण फैला सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना से मृत व्यक्ति एक ऐसे बम की तरह है, जिसके फटने की गारंटी नहीं। कोरोना संक्रमण से मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार पीपीई किट पहनकर करना सुरक्षित है और ऐसी ही गाइडलाइन भी है।