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राष्ट्र व राज्य हित में कोल ब्लॉक का निर्णय : निशिकांत

बासुकीनाथ गोड्डा लोकसभा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने शनिवार को जूम एप्प के जरिये दिल्ली से गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के पत्रकारों के साथ प्रेस वार्ता की। उन्होंने कोल ब्लॉक नीलामी के मुद्दे पर केंद्र सरकार की मंशा को स्पष्ट करते हुए राज्य सरकार पर तीखा प्रहार किया। कोल ब्लॉक नीलामी का निर्णय राष्ट्रहित और राज्य हित में उठाया गया कदम है। जिससे ना सिर्फ आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होगा बल्कि झारखंड राज्य भी तेजी से आत्म निर्भर और विकसित झारखंड बनेगा। कहा कि भारत एक ओर कोयला भंडार के क्षेत्र में पूरे चौथा स्थान रखता है परन्तु दूसरी ओर हमारा देश विश्व का दूसरा कोयला आयातक देश है। देश में कोयले खपत 958 मिलियन टन है जिसमें 251 मिलियन टन भारत आयात करता है। जिसमें 1 लाख 50 हजार करोड़ विदेशी मुद्रा खर्च होता है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Jun 2020 07:47 PM (IST)Updated: Sun, 28 Jun 2020 06:21 AM (IST)
राष्ट्र व राज्य हित में कोल ब्लॉक का निर्णय : निशिकांत
राष्ट्र व राज्य हित में कोल ब्लॉक का निर्णय : निशिकांत

संवाद सहयोगी, बासुकीनाथ:

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गोड्डा लोकसभा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने शनिवार को जूम एप्प के जरिये दिल्ली से गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के पत्रकारों के साथ प्रेस वार्ता की। उन्होंने कोल ब्लॉक नीलामी के मुद्दे पर केंद्र सरकार की मंशा को स्पष्ट करते हुए राज्य सरकार पर तीखा प्रहार किया। कोल ब्लॉक नीलामी का निर्णय राष्ट्रहित और राज्य हित में उठाया गया कदम है। जिससे ना सिर्फ आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होगा बल्कि झारखंड राज्य भी तेजी से आत्म निर्भर और विकसित झारखंड बनेगा। कहा कि भारत एक ओर कोयला भंडार के क्षेत्र में पूरे चौथा स्थान रखता है परन्तु दूसरी ओर हमारा देश विश्व का दूसरा कोयला आयातक देश है। देश में कोयले खपत 958 मिलियन टन है जिसमें 251 मिलियन टन भारत आयात करता है। जिसमें 1 लाख 50 हजार करोड़ विदेशी मुद्रा खर्च होता है। मोदी सरकार उत्पादन बढ़ाकर विदेशी मुद्रा की बचत करते हुए आयात की निर्भरता खत्म करना चाहती है। इससे कोयले की चोरी पर रोक लगेगी साथ ही नीलामी प्रक्रिया से आनेवाला सारा राजस्व सिर्फ और सिर्फ राज्य के हिस्से में आएगा। विभिन्न जिलों में होने वाले कोल ब्लाक नीलामी का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य में कुल 9 खदानों की नीलामी होगी। जिसमें दुमका, पाकुड़ के भी खदान शामिल हैं। नियमों में सख्ती के साथ खुले मंदिर

सांसद ने बासुकीनाथ एवं बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर खोले जाने की वकालत की। न्यायालय व भोलेनाथ पर पूर्ण भरोसा है। सूबे की राज्य सरकार हठधर्मिता छोड़ें। शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए एक निश्चित संख्या में श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन की व्यवस्था करे। सरकार विकास नही बल्कि ठेकेदारी, लूट, कमीशनखोरी की राजनीति कर रही है। वर्तमान सरकार भी मधु कोड़ा पार्ट-2 बनने की राह पर है। सख्ती के साथ शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए श्रावणी मेला लगाए। बैद्यनाथ-बासुकीनाथ मंदिर भी अविलम्ब खोले जाना चाहिए।


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