पुल के गड्ढों ने ली खिलाड़ियों की जान
दुमका शहर के पुसारो नदी पर मंगलवार की सुबह ट्रक और बाइक की टक्कर में हुई दो फुटबॉल खिलाड़ी की मौत से हर कोई स्तब्ध है। हादसे के पीछे मुख्य वजह पुल में बने गड्ढे सामने आ रहे हैं। इन गड्ढों की वजह से पहले बाइक डगमगाई और फिर सामने से आ रहे ट्रक से भिड़ गई। दो होनहार युवक की मौत के बाद राष्ट्रीय उच्च पथ विभाग की नींद खुली है। विभाग एसडीओ से पुल की जांच कराकर गड्ढों को समतल कराएगा।
दुमका : शहर के पुसारो नदी पर मंगलवार की सुबह ट्रक और बाइक की टक्कर में हुई दो फुटबॉल खिलाड़ी की मौत से हर कोई स्तब्ध है। हादसे के पीछे मुख्य वजह पुल में बने गड्ढे सामने आ रहे हैं। इन गड्ढों की वजह से पहले बाइक डगमगाई और फिर सामने से आ रहे ट्रक से भिड़ गई। दो होनहार युवक की मौत के बाद राष्ट्रीय उच्च पथ विभाग की नींद खुली है। विभाग एसडीओ से पुल की जांच कराकर गड्ढों को समतल कराएगा।
बुधवार को निरीक्षण के दौरान पुसारो पुल में कई जगह पर इतने बड़े गड्ढे नजर आए, जिनकी वजह से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। करीब दो माह से ऐसी स्थिति है लेकिन एनएच विभाग इससे बेखबर था। स्थानीय लोगों की माने तो आए दिन गढडों की वजह से रोज हादसे होते हैं। फुटबॉल खिलाड़ी अजय हांसदा और रोहित मुर्मू की मौत के लिए स्थानीय लोग इन गड्ढों को ही जिम्मेदार मान रहे हैं। उनका कहना था कि ट्रक व बाइक की गति इतनी तेज थी कि संतुलन बिगड़ जाने के बाद भी बाइक चालक काफी बचाव के उपरांत ट्रक से टकरा गया। हादसे के बाद दोनों वाहन रेलिग तोड़कर नदी में जा गिरे। कई बार तेज गति की वजह से गड्ढा नजर नहीं आता है और करीब आने पर अगर बाइक या किसी वाहन का पहिया गड्ढे में चला गया तो उसका संतुलन बिगड़ जाता है। इस पुल से रोजाना करीब पांच सौ से अधिक वाहन गुजरते हैं। दुमका से देवघर और भागलपुर जानेवाले वाहन भी इसी पुल से होकर गुजरते हैं। कई बार तो गड्ढों में पहिया चला जाने के कारण गाड़ियां खराब हुई और घंटो जाम लगा। दुमका का सबसे अधिक आवागमन पुल लंबे से जर्जर है, लेकिन आज तक राष्ट्रीय उच्च पथ विभाग ने ठीक कराने की आवश्यकता महसूस नहीं की। अगर पुल पहले से ठीक होता तो शायद फुटबॉल खिलाड़ियों को असमय मौत के आगोश में सोना नहीं पड़ता।
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वर्जन
पुल में गड्ढों की जानकारी नहीं है। जल्द ही एसडीओ को भेजकर पुल का निरीक्षण कराया जाएगा। गड्ढों को समतल कराने के साथ टूटी हुई रेलिग को भी ठीक कराया जाएगा। देवघर से रामपुरहाट तक जाने वाला यह पथ एनएच 114 में आता है।
रवींद्र सिंह, कार्यपालक अभियंता, एनएच देवघर