हेलमेट बोझ नहीं, जीवन का सुरक्षा कवच
जिला स्कूल में शुक्रवार को सड़क सुरक्षा व हेलमेट की आवश्यकता पर कार्यशाला का आयोजन कर छात्र व शिक्षकों को यातायात नियमों का पाठ पढ़ाया गया।
जागरण संवाददाता, दुमका: जिला स्कूल में शुक्रवार को सड़क सुरक्षा व हेलमेट की आवश्यकता पर कार्यशाला का आयोजन कर छात्र व शिक्षकों को यातायात नियमों का पाठ पढ़ाया गया।
प्रभारी प्राचार्य सह सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य दिलीप कुमार झा ने कहा कि बाइक चालक हेलमेट को बोझ नहीं, बल्कि अपना सुरक्षा कवच समझें। इसको पहनने से सड़क दुर्घटना होने पर चालक के सिर की सुरक्षा होती है। सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा केवल नारा नहीं, बल्कि जीवन जीने का तरीका है। विश्व मे सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाएं भारत में होती हैं। सिदो कान्हू उच्च विद्यालय के सचिव प्रदीप्तो मुखर्जी ने कहा कि शिक्षक शिक्षा दान व बच्चे शिक्षा ग्रहण करने के साथ आमजनों को यातायात नियमों को पालन करने के लिए जागरूक भी करें। नियमों को स्वयं पालन करें एवं दूसरों को पालन करने के लिए जागरूक करें।
मनोज कुमार घोष ने कहा कि 18 साल से कम उम्र के छात्र कभी भी वाहन नही चलाएं। अमरेंद्र कुमार सुमन ने कहा कि वाहन चलाते समय ओवरटेक कभी नही करें। रमण कुमार वर्मा व नीलकंठ झा ने कहा कि बुद्धिजीवियों का कर्तव्य है कि नियमों का पालन करते हुए दूसरों को प्रेरित करें। घायल की मदद निडर होकर करें। विजय कुमार दूबे ने कहा कि थोड़ी सी लापरवाही से जान गवां देते हैं।
सड़क सुरक्षा कोषांग के प्रभारी क्रांति किशोर व अपरेश कुमार ने नशे में गाड़ी नहीं चलाने की अपील की। कार्यशाला में अभिषेक कुमार, अमित कुमार के अलावा शिक्षक संजीव कुमार सिंह, स्नेहलता मरांडी, रूपेश कुमार झा, प्रकाश कुमार घोष, दिलीप कुमार, तरन्नुम प्रवीन, शिवराम सिमोन टुडू, राजेश कुमार साह आदि मौजूद थे।