पुलिस से हाथापाई कर बालू लदा ट्रैक्टर छुड़ा कर ले गए माफिया
रामगढ़ प्रखंड में बालू माफिया का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि अब वे पुलिस से भी भिड़ने को तैयार हैं। रविवार को रामगढ़ प्रखंड में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि रैयाडीह के रास्ते प्रतिदिन दर्जनों ट्रैक्टर में अवैध बालू को लोड कर विभिन्न जगहों पर पहुंचाया जाता है।
संवाद सहयोगी, रामगढ़: रामगढ़ प्रखंड में बालू माफिया का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि अब वे पुलिस से भी भिड़ने को तैयार हैं। रविवार को रामगढ़ प्रखंड में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि रैयाडीह के रास्ते प्रतिदिन दर्जनों ट्रैक्टर में अवैध बालू को लोड कर विभिन्न जगहों पर पहुंचाया जाता है। इसी सूचना पर रामगढ़ थाना प्रभारी विनय कुमार स्वयं पुलिस बल के साथ रैयाडीह की ओर जा रहे थे। दोला मोड़ के पास दो ट्रैक्टरों पर अवैध बालू लोड कर लाया जा रहा था। थाना प्रभारी ने दोनों ट्रैक्टरों को रोककर बालू के कागजात की मांग की, लेकिन चालक कोई कागजात नहीं दिखा सके। इसके बाद थाना प्रभारी ने दोनों ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया।
इसी बीच वहां पर दोनों ट्रैक्टरों के मालिक पहुंच गए तथा ट्रैक्टर को छोड़ने के लिए पुलिस से अनुरोध करने लगे। थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों ट्रैक्टरों पर एक-एक जवान को बैठाकर वह अवैध बालू समेत ट्रैक्टर थाना ले जा रहे थे। जब दोनों ट्रैक्टर जोरडीह मोड़ के पास पहुंचे तो वहां पर पहले से दर्जनों की संख्या में मौजूद बालू माफिया दोनों ट्रैक्टरों को रोक कर पुलिस पर दबाव बनाने लगे। बालू माफिया ने दोनों ट्रैक्टरों पर बैठे पुलिस कर्मी के साथ हाथापाई कर उन्हें ट्रैक्टर से उतार दिया और जबरन वहीं पर बालू गिराकर ट्रैक्टर लेकर भाग गए।
जब पुलिस खुलेआम अवैध कोयले का धंध करा सकती तो हम क्यों नहीं: ट्रैक्टर मालिकों का कहना था कि जब पुलिस खुलेआम अवैध कोयला का धंधा करवा रही है तो वे लोग बालू क्यों नहीं ढो सकते हैं। ट्रैक्टर मालिक एवं बालू माफिया की संख्या अधिक होने के कारण पुलिस बैरंग थाना लौट आई। इसके बाद इसकी सूचना अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी उमेश कुमार सिंह का दी गई। सूचना मिलने पर एसडीपीओ भी रामगढ़ थाना पहुंच कर थाना प्रभारी विनय कुमार से पूछताछ की।
वहीं इस मामला में थाना प्रभारी विनय कुमार ने कहा कि बालू माफिया जबरन जोरडीहा मोड़ के पास से ट्रैक्टर को छुड़ा कर ले गए। मामले में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। जो भी लोग इसमें संलिप्त होंगे, उन्हें किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा।