अधिक काम लेने पर भड़कीं नर्स, धरना देकर जताया विरोध
बकाया मानदेय और अधिक ड््यूटी के विरोध में सोमवार को आउटसोर्सिंग पर कार्यरत मेडिकल कालेज की नर्सो ने दोपहर को परिसर में कुछ देर के लिए विरोध प्रदर्शन किया।
बकाया मानदेय और अधिक ड््यूटी के विरोध में सोमवार को आउटसोर्सिंग पर कार्यरत मेडिकल कालेज की नर्सो ने दोपहर को कुछ देर के लिए परिसर में ही धरना दिया। अधीक्षक से आश्वासन मिलने के बाद सभी धरना समाप्त किया।
नर्साें का कहना था कि एक तो उन लोगों को चार माह से मानदेय नहीं मिला है और उनसे तय समय से अधिक काम लिया जाता है। लगातार तीन दिन तक एक ही समय में ड्यूटी कराकर मानसिक रूप से परेशान किया जाता है। अस्पताल का एक कर्मी मनमानी करता है और खुद को अधीक्षक से कम नहीं समझता है। जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी, तब विरोध चलेगा। बाद में नर्सों ने चिकित्सा संघ के कुछ नेताओं के साथ अस्पताल के अधीक्षक डा. रविद्र कुमार से बात की। नर्स ने कहा कि वे लगातार एक ही शिफ्ट में काम नहीं करेंगी। रोज शिफ्ट बदली जाए। इस पर अधीक्षक ने कहा कि मेडिकल कालेज का नियम है कि हर किसी को छह दिन तक लगातार एक ही शिफ्ट में ड्यूटी करनी होगी। सात दिन के बाद ही शिफ्ट को बदला जाएगा। मानदेय के लिए कंपनी के निदेशक को लिखा जाएगा। संघ के मंत्री कैलाश साह, राजीव नयन तिवारी, नित्यानंद, शैलेंद्र कुमार व जोसफिन मरांडी का कहना था कि लगातार डयूटी से मानसिक रूप से परेशानी होती है। रोज बदलकर ड्यूटी कराने में किसी को एतराज नहीं है। नया रोस्टर तैयार कराकर काम कराया जाए।
------
क्या डयूटी का प्रविधान
पहले अस्पताल में रोज नर्स डयूटी बदलकर काम करती थीं, लेकिन मेडिकल कालेज का दर्जा मिलने के बाद अब हर किसी को छह दिन लगातार एक की शिफ्ट में काम करना है। किसी की रात की ड्यूटी है तो उसे छह दिन रात में ही काम करना होता है। सात दिन के बाद ही उनकी ड्यूटी बदल दी जाएगी। इसके पीछे मंशा है कि अगर डाक्टर किसी मरीज को देखने के साथ देखभाल करने वाली नर्स को सलाह देते हैं तो लगातार उसी नर्स से उसका हाल बेहतर पूछ सकते हैं। बीच में डयूटी बदलने से दूसरी नर्स को ज्यादा कुछ बताने में दिक्कत होगी। अस्पताल प्रबंधन ने नर्स की सुविधा के लिए तीन दिन का रोस्टर तैयार किया है, लेकिन यह भी नर्स को रास नहीं आ रहा है। वे अपनी सुविधा के अनुसार ड्यूटी चाहती हैं।
--------------
वर्जन
ड्यूटी में किसी की मनमानी नहीं चलेगी। सभी को नियम के तहत काम करना होगा। नर्स ने जो मांग रखी है, उस पर विचार किया जाएगा। मरीज के साथ नर्स की सुविधा का ख्याल ध्यान में रखकर ही कुछ रास्ता निकाला जाएगा।
डा. रवींद्र कुमार, अधीक्षक मेडिकल कालेज अस्पताल