सरना धर्म कोड बिल पास होने से आदिवासियों में खुशी
झारखंड विधानसभा में सरना धर्म कोड का प्रस्ताव पारित कराने पर बुधवार को दिसोम मांझी व आर जाहेर थान समिति की ओर से खुशी का इजहार करते हुए पदयात्रा निकाली गई। सदस्यों ने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
जागरण संवाददाता, दुमका : झारखंड विधानसभा में सरना धर्म कोड का प्रस्ताव पारित कराने पर बुधवार को दिसोम मांझी व आर जाहेर थान समिति की ओर से खुशी का इजहार करते हुए पदयात्रा निकाली गई। सदस्यों ने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
झामुमो की जिला प्रवक्ता सुनीता सोरेन ने दिसोम मांझी थान में मुख्यमंत्री की लंबी आयु के लिए पूजा की। इसके बाद दिसोम मांझी बालेश्वर हेंब्रम, मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष चंद्रमोहन हांसदा, छात्र मोर्चा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष सिद्धोर हांसदा व प्रो. सत्यम कुमार के नेतृत्व में दिसोम मांझी थान से धन्यवाद यात्रा निकाली गई। आदिवासी महिला व पुरुषों ने नगर भ्रमण करते हुए हेमंत सरकार के प्रति आभार प्रकट किया। नगर भ्रमण के क्रम में वीर शहीद सिदो-कान्हु एवं फूलो-झानो की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। नगर में आतिशबाजी की गई। प्रवक्ता ने कहा कि सरना धर्म कोड की मांग देशभर के आदिवासियों द्वारा वर्षों से की जा रही है। विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपने फायदे के लिए मांग को नजरअंदाज किया। राज्य में झारखंडी सरकार के आते ही मांग पर ध्यान दिया गया। बुधवार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर मुख्यमंत्री ने धर्म कोड बिल को पारित कर दिया। सरकार के इस निर्णय से राज्य में खुशी की लहर है। राज्य में विभिन्न आदिवासी संगठनों के द्वारा अपने तरीके से मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया गया है।
यात्रा नगर भ्रमण के उपरांत मांझी थान में जाकर समाप्त हुई। कार्यक्रम में अशोक हेंब्रम, नायकी सीताराम सोरेन, सुभाष चन्द्र सोरेन, सुरेश चंद्र सोरेन, राजीव बास्की, तंजित मुर्मू, कमीशन सोरेन, केराप मुर्मू, जोसेफिना, मुखिया जयचिता सोरेन,कालीचरण, संदीप कुमार मंडल आदि शामिल थे।