मजदूरी करने केरल जा रहे 37 आदिवासी मुक्त
नगर थाना की पुलिस ने सोमवार की रात दुमका बस पड़ाव से केरल नंबर गाड़ी में बैठी 37आदिवासी युवक युवतियों को रेस्क्यू कर थाना लाई। सभी को रोजगार दिलाने के नाम पर केरल ले जाया जा रहा था। वहीं बस पड़ाव में खड़ी केरल नंबर की तीन और बसों को जब्त किया गया। हालांकि इसमें कोई व्यक्ति सवार नहीं था। वहीं चारों बस के चालक व खलासी को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने मौके से एक संदिग्ध एजेंट को भी पकड़ा है।
- चार बस से युवक-युवतियों को ले जाया जा रहा था केरल
- चालक और एजेंट को लिया हिरासत में
जागरण संवाददाता दुमका : नगर थाना की पुलिस ने सोमवार की रात दुमका बस पड़ाव से केरल नंबर गाड़ी में बैठी 37आदिवासी युवक युवतियों को रेस्क्यू कर थाना लाई। सभी को रोजगार दिलाने के नाम पर केरल ले जाया जा रहा था। वहीं बस पड़ाव में खड़ी केरल नंबर की तीन और बसों को जब्त किया गया। हालांकि इसमें कोई व्यक्ति सवार नहीं था। वहीं चारों बस के चालक व खलासी को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने मौके से एक संदिग्ध एजेंट को भी पकड़ा है। पुलिस सभी को नगर थाना में रखकर मामले पूछताछ कर रही है। बस में सवार युवक-युवतियों को नगर परिषद के आश्रय भवन में रखा गया है।
मामले को लेकर नगर थाना प्रभारी सुशील कुमार ने बताया कि सोमवार की रात गुप्त सूचना मिली की बस पड़ाव में बसों में कुछ लोगों को केरल ले जाया जा रहा है। इन बसों के नंबर प्लेट में भी केरल का नंबर दर्ज है। जिसके बाद सूचना के आधार पर पुलिस बल के साथ बस पड़ाव पहुंचे और सभी बसों को जब्त कर लिया। सभी बस चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई। बाद में मौके पर दुमका सदर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नूर मुस्तफा अंसारी भी पहुंचे और बस चालक और संदिग्ध एजेंट से पूछताछ की। 14 से 22 वर्ष के हैं बरामद युवक-युवतियां
बरामद युवक युवतियों में सभी 14 से 22 वर्ष के बीच के हैं। इसमें 15 युवतियां और 22 युवक हैं। बस में सवार सरैयाहाट थाना क्षेत्र के कोरदाहा गांव की रहने वाली युवती पुष्पा सोरेन ने बताया कि उनलोगों को केरल में इलायची और गोलमिर्च बागान में काम मिलता है और प्रतिदिन 400 रुपये मजदूरी मिलती है। पुरुष मजदूर को 450 रुपये मजदूरी मिलती है। वह दूसरी बार अपने पति के साथ केरल जा रही है। 17 साल के दीपक हेम्ब्रम के मुताबिक वह गोड्डा जिले का है और पहली बार अपनी पत्नी के साथ केरल जा रहा है चूंकि इधर काम नहीं मिलता है इसलिए मजबूरीवश वे लोग केरल जा रहे हैं। सोना राम मुर्मू के मुताबिक उसे इलायची बागान में काम दिलाने के नाम पर ले जाया जा रहा है। वहां के मालिक से बात हुई है। क्या कहते हैं एसपी
शुरूआत में बस चालक द्वारा कोई कागजात प्रस्तुत नहीं किया गया है लेकिन बाद में मेल से केरल जिला प्रशासन का अधिकृत पत्र मिला है। जिसमें संबंधित लोगों को ले जाने संबंधी कागजात दिए गए हैं। एसपी ने कहा कि मामला ट्रैफिकिग से जुड़ा नहीं है। इसलिए जांच-पड़ताल के बाद ही बस और मजदूरों को छोड़ा जाएगा।
अंबर लकड़ा, एसपी, दुमका