पहले दिन 45 की स्क्रीनिग के बाद 14 दिन का क्वारंटाइन
हंसडीहा देश में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे मामले के बाद दुमका जिला प्रशासन भी एक्टिव मोड में है। दुमका जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय हंसडीहा में तैयार किये गए 200 बेड के अस्थायी अस्पताल में बाहर से आने वाले लोगों के साथ-साथ अन्य राज्यों के लोगों की जांच के लिए इस अस्थायी अस्पताल में पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। इस केंद्र में सोमवार को दिल्ली नोएडा मुíशदाबाद भागलपुर और जामताड़ा के कुल 45 लोगों की स्क्रीनिग की गई। नवोदय विद्यालय के हॉस्टल को खाली करा मरीजों के लिए बेड बनाया गया है।
नवोदय विद्यालय में मुíशदाबाद, दिल्ली सहित अन्य राज्यों के लोगों की हो रही स्क्रीनिग
- 14 दिनों तक रहेंगे चिकित्सकों की निगरानी में
संवाद सहयोगी, हंसडीहा:
देश में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे मामले के बाद दुमका जिला प्रशासन भी एक्टिव मोड में है। दुमका जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय हंसडीहा में तैयार किये गए 200 बेड के अस्थायी अस्पताल में बाहर से आने वाले लोगों के साथ-साथ अन्य राज्यों के लोगों की जांच के लिए इस अस्थायी अस्पताल में पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। इस केंद्र में सोमवार को दिल्ली, नोएडा, मुíशदाबाद, भागलपुर और जामताड़ा के कुल 45 लोगों की स्क्रीनिग की गई। नवोदय विद्यालय के हॉस्टल को खाली करा मरीजों के लिए बेड बनाया गया है। स्क्रीनिग के बाद जांच में नेगेटिव रिपोर्ट वाले लोगों के हाथ पर क्वारंटाइन का मुहर लगाकर 14 दिनों तक के लिए इसी सेंटर में चिकित्सकों के निगरानी में रखा जाएगा। पहले दिन 45 लोगों की हुई स्क्रीनिग
जवाहर नवोदय विद्यालय हंसडीहा में बनाये गए 200 बेड के अस्थाई अस्पताल में सोमवार को कुल 45 लोगों की स्क्रीनिग की गई। सभी के रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद इन्हें 14 दिनों के क्वारंटाइन में डॉक्टर की देखरेख में रखा गया है। सोमवार को दिल्ली के 6, मुíशदाबाद के 24, भागलपुर के 2 और जामताड़ा के 13 लोगों की थर्मल स्क्रीनिग हुई। बताया जा रहा है कि नोएडा से कुछ लोग भी देर शाम तक इस सेंटर में पहुंचेंगे। प्रतिदिन तीन शिफ्ट में होगी जांच
जवाहर नवोदय विद्यालय में बने अस्थायी अस्पताल में क्वारंटाइन में रखे लोगों के लिए प्रतिदिन तीन शिफ्ट में चिकित्सकों की टीम लोगों की जांच करेगी। सुबह 10 बजे, दोपहर तीन बजे और रात 9 बजे सभी की जांच की जाएगी। इस दौरान चिकित्सक को अगर लगेगा कि किसी का कोरोना टेस्ट कराने की जरूरत है तो उसे टेस्ट के लिए लैब भेजा जाएगा। समय-समय पर जिला मुख्यालय से भी चिकित्सकों की टीम यहां आकर जांच करेगी। भोजन और सफाई की मुकम्मल व्यवस्था इस अस्थायी अस्पताल में रहने वाले लोगों के लिए जिला प्रशासन द्वारा बेहतर व्यवस्था की गई है। हवा के लिए पंखा और बिजली नहीं रहने पर विद्यालय के जेनरेटर से बिजली की आपूíत करने की व्यवस्था की गई है। यहां रहने वाले लोगों के लिए फिलहाल मुख्यमंत्री दाल-भात केंद्र से दोपहर और रात के भोजन की व्यवस्था है। सुबह और शाम नाश्ते में चूड़ा, गुड़, चना, चाय आदि दिया जा रहा है। लोगों की संख्या बढ़ने पर नवोदय के मेस का इस्तेमाल किया जाएगा। महिलाओं के लिए अलग से रहने की व्यवस्था की गई है। सेंटर से कोई भाग नहीं जाए इसके लिए दिन-रात पुलिस के जवान ड्यूटी में रहेंगे।