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World Heart Day 2020: कोरोना काल में दिल को संभाल कर रखें, हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा

ह्दय रोगी अपने शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम नहीं होने दें। दरअसल मधुमेह व दिल के रोगियों को समझने के लिए यह जानना जरूरी है कि दिल का दौरा तब पड़ता है जब चर्बी के कम (प्लाक) रक्त धमनियों में जमा होकर रूकावट पैदा करता है।

By MritunjayEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 08:24 AM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 08:24 AM (IST)
World Heart Day 2020: कोरोना काल में दिल को संभाल कर रखें, हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा
कमजोर ह्रदय वाले को कोरोना का खतरा अधिक है। बीमारी का संक्रमण भी इन्हीं में दिख रहा।

धनबाद [ मोहन गोप ]। कोरोना शरीर के कई अंगों के साथ-साथ ह्दय को भी कई तरह से प्रभावित कर रहा है। यहीं कारण है कि कोरोना से कुल मौतों में हार्ट अटैक की संख्या सबसे ज्यादा हो रही है। धनबाद में कोरोना से अब तक 62 लोगों ने दम तोड़ा है। विभागीय आंकड़ों की बात मानें तो 62 प्रतिशत संक्रमित मरीजों की मौत केवल हार्ट अटैक (कार्डियक रेस्पेट्री फ्लेयोर) से हुई है। पीएमसीएच के मेडिसिन रोग विभाग्ध्यक्ष व कोविड सेंटर के नोडल प्रभारी डॉ यूके ओझा ने कहा कि कोरोना सबसे ज्यादा फेफड़े व ह्दय को प्रभावित कर रहा है। यह वायरस उम्र और स्वास्थ्य के अनुसार किसी भी व्यक्ति को हल्के या मध्यम तरीके से प्रभावित कर रहा है। इससे हृदय रोगियों को अधिक गंभीर जटिलताओं के चलते खतरा बढ़ जाता है। जिसके चलते दिल में इंफेक्शन के खतरे के साथ ही हार्ट फेल होने की भी संभावना बढ़ जाती है। 

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नियमित जांचें ऑक्सीजन का स्तर  

ह्दय रोगी अपने शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम नहीं होने दें। दरअसल, मधुमेह व दिल के रोगियों को समझने के लिए यह जानना जरूरी है कि दिल का दौरा तब पड़ता है, जब चर्बी के कम (प्लाक) रक्त धमनियों में जमा होकर रूकावट पैदा करता है। इससे रक्त में ऑक्सीजन का स्तर कम होने लगता है। कोरोना होने पर नसें अवरूद्ध होने लगती है। इससे भी ऑक्सीजन का स्तर तेजी से कम होने लगता है। गंभीर होने पर मरीज की जान चली जाती है। ऐसे में जरूरी है कि सामान्य ह्दय रोगी शरीर के ऑक्सीजन का स्तर की जांच नियमित करते रहें। 

इन लक्ष्ण को नहीं करें नजरअंदाज 

ह्दय रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। इन्हें स्वास्थ्य से संबंधित अचानक होने वाले बदलावों के बारे में भी पता होना चाहिए। सर्दी, खांसी, सिरदर्द या बुखार के अलावा कुछ ऐसे संकेत हैं, जो हल्के से नहीं लिए जाने चाहिए-

  • सांस लेने में कठिनाई या सांस लेने में तकलीफ
  • छाती में लगातार दर्द या दबाव
  • भ्रम या भटकाव।
  • नीले होंठ या चेहरा
  • ऑक्सीजन के स्तर में कमी

     कारण 

  • अनियमित खानपान
  • उच्च रक्तचाप व सुगर
  • अधिक वजन होना
  • तनाव अधिक होॉना
  • अधिक धूम्रपान 

 

     क्या करें 

  • नियमित व्यायाम करें
  • वसा युक्त खाने से परहेज करें
  • तनाव ज्यादा नहीं लें
  • खाने में हरी सब्जी व ताजे फल का प्रयोग करें
  • फाइबर युक्त खाना खाएं
  • फास्ट या जंक फूड का सेवन नहीं करें

बीमार लोगों को कोरोना से बचने की कोशिश करनी चाहिए। ह्दय रोगी पहले से ऑक्सीजन की कमी से ग्रसित होते है। कोरोना होने पर यह डबल अटैक की तरह होता है। ऐसे में बेवजह बाहर नहीं निकले, मास्क का प्रयोग करें, शारीरिक दूरी का पालन करें। 

-डॉ यूके ओझा, मेडिसिन विभागाध्य व कोविड नोडल प्रभारी, पीए़मसीएच। 


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