बदलना होगा उत्पाद, सेवाओं तथा प्रक्रिया को विकसित करने का तरीका
नरेश वशिष्ठ सेंटर फॉर टिकरिग एंड इनोवेशन आइआइटी आइएसएम की ओर आयोजित मार्गदर्शन 1.0 पर शनिवार को वेबिनार का आयोजन किया गया। यह संस्थान के नए आइडिया को प्रोत्साहित करने वाले विशेषज्ञों द्वारा आयोजित एक ओरिएंटेड सत्र था। इसका उद्देश्य था कि संस्थान के छात्र और शिक्षक दोनों इनोवेटिव संस्कृति को बढ़ावा दे तथा उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा दिया जा सके।
जागरण संवाददाता, धनबाद : नरेश वशिष्ठ सेंटर फॉर टिकरिग एंड इनोवेशन आइआइटी आइएसएम की ओर आयोजित मार्गदर्शन 1.0 पर शनिवार को वेबिनार का आयोजन किया गया। यह संस्थान के नए आइडिया को प्रोत्साहित करने वाले विशेषज्ञों द्वारा आयोजित एक ओरिएंटेड सत्र था। इसका उद्देश्य था कि संस्थान के छात्र और शिक्षक दोनों इनोवेटिव संस्कृति को बढ़ावा दे तथा उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा दिया जा सके। इस कार्यक्रम में डिजाइन थिकिग एंड इनोवेशन विशेषज्ञ प्रो हिमांशु भूषण मिश्रा, आईपीआर एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के जानकार प्रो आर आनंद तथा पूर्व-ऊष्मायन और ऊष्मायन प्रबंधन के विशेषज्ञ प्रो अरिजीत बराल मौजूद थे। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिग विभाग के प्रो हिमांशु भूषण मिश्रा ने डिजाइन इनोवेशन और थिकिग पर अपनी प्रस्तुति दी। उन्होंने इस विषय के विभिन्न पहलुओं को बताते हुए कहा कि इसकी प्रकृति, उत्पाद, सेवा, प्रक्रियाओं को विकसित करने के तरीके को बदलना होगा। इसके बाद, एप्लाइड जियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर आर आनंद ने आईपीआर और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर अपनी प्रस्तुति दी। उन्होंने विभिन्न प्रकार के बौद्धिक संपदा जैसे पेटेंट, कॉपीराइट, ट्रेडमार्क और व्यापार के अधिकारों के बारे में बताया। उन्होंने पेटेंट कराने की कसौटी पर भी चर्चा करते हुए कहा कि यह क्यों जरूरी है। अंत में, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिग विभाग के प्रो अरिजीत बराल ने प्री-इन्क्यूबेशन एंड इन्क्यूबेशन मैनेजमेंट पर अपनी प्रस्तुति दी। उन्होंने प्री-इनक्यूबेशन पाइपलाइनों, इन्क्यूबेटरों के महत्व और समर्थन से समर्थन वापस लेने के लिए कारकों के साथ-साथ पार्टनर लिकेज की आवश्यकता के बारे में बताया।
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इंटरक्टिव सत्र का भी आयोजन
नरेश वशिष्ठ सेंटर फॉर टिकरिग एंड इनोवेशन, आइआइटी आइएसएम ने अर्बोरियल की सीईओ स्वाति पांडे के साथ एक इंटरेक्टिव सत्र का आयोजन भी शनिवार को किया। सफल महिला उद्यमी के रूप में पहचान रखने वाली स्वाती नए-नए आइडिया पर काम करती है। इस सत्र का संचालन इनोवेशन सेल के छात्र समन्वयक निहारिका रावत ने किया। सत्र के दौरान स्वाति ने अपने आर्बरियल के अनुभवों को बताया। आइआइटी आइएसएम और इंपीरियल कॉलेज, लंदन के पूर्व छात्रा मिस स्वाति ने प्रतिभागियों को तकनीकी और सामाजिक पहलुओं में सफल होने के तरीके के बारे में विस्तार से बताया। इस कार्यक्रम में जूम पर सभी विषयों के छात्रों ने भाग लिया।