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Tejpal Singh kidnapping case: पश्चिम बंगाल सीआइडी के पास रिमांड पर चंदन सोनार, खोलेगा अपहरण कांड का राज

17 अप्रैल 2019 की सुबह पुलिस के भेष में दो चारपहिया वाहन से आए अपहरणकर्ताओं ने सालानपुर के नकरजोरिया से तेजपाल सिंह का अपहरण किया था। इसके बाद उसे धनबाद जिले के मुगमा में लेकर गए थे। मुगमा में तेजपाल सिंह की गाड़ी छोड़ दी।

By MritunjayEdited By: Published: Sun, 14 Mar 2021 05:32 PM (IST)Updated: Sun, 14 Mar 2021 08:24 PM (IST)
Tejpal Singh kidnapping case: पश्चिम बंगाल सीआइडी के पास रिमांड पर चंदन सोनार, खोलेगा अपहरण कांड का राज
पश्चिम बंगाल पुलिस की गिरफ्त में चंदन और उद्योगपति तेजपाल सिंह ( फाइल फोटो)।

धनबाद/ आसनसोल, जेएनएन। उद्योगपति तेजपाल सिंह अपहरणकांड मामले में राज्य सीआइडी ने मध्यप्रदेश के सिंगराैली से अपहरण के मुख्य आरोपित चंदन सोनार उर्फ चंदन कुमार उर्फ चंद्र मोहन को गिरफ्तार किया। उसे ट्रांजिट रिमांड पर लाकर शनिवार को आसनसोल सीजीएम अदालत में पेश कर 11 दिन के रिमांड पर लिया। इसके पूर्व सीआइडी ने बिहार के जहानाबाद से उसके सहयोगी राकेश कुमार को गिरफ्तार किया था और उसे आसनसोल सीजीएम अदालत से आठ दिन के लिए रिमांड पर लिया था। जबकि इस मामले में अभी तक  अभिषेक चौधरी, अमित कुमार, दीपक कुमार, राहुल कुमार आसनसोल जेल में है।

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धनबाद के मुगमा से बरामद हुई थी कार

विदित हो कि 17 अप्रैल 2019 की सुबह पुलिस के भेष में दो चारपहिया वाहन से आए अपहरणकर्ताओं ने सालानपुर के नकरजोरिया से तेजपाल सिंह का अपहरण किया था। इसके बाद उसे धनबाद जिले के मुगमा में लेकर गए थे। मुगमा में तेजपाल सिंह की गाड़ी छोड़ दी। यहां से दूसरी गाड़ी में बिठाकर पटना ले गए। पटना के कनिष्क अपार्टमेंट में रखा था। बाद में  अपहरणकर्ताओं ने आरा के पियरो के रेलवे क्रॉङ्क्षसग के पास तेजपाल ङ्क्षसह के स्वजनों से फिरौती लेकर उसे जीटी रोड बरही टोल प्लाजा के पास लाकर छोड़ दिया था। 

दो करोड़ 60 लाख रुपये की फिरौती वसूली

सीआइडी सूत्रों के मुताबिक आरा के पियरो में फिरौती के दो करोड़ 60 लाख रुपये लेने के बाद आरोपितों ने आरा के जगदीशपुर के जल मीनार कार्यालय में मशीन से फिरौती के रुपये की गिनती की थी एवं असली है कि नकली उसकी भी जांच की थी। इसकी व्यवस्था आरोपित अमित कुमार ने की थी, जो पानी टंकी के मेंटेनेंस का काम करता था। फिरौती मिलने के बाद पूरा गिरोह क्रेटा व एक अन्य वाहन से बिहार के औरंगाबाद आया था। जहां आरोपित राहुल कुमार के घर में शरण ली थी। 

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चंदन पर कई आपराधिक मामले

बताया जाता है कि चंदन सोनार  पिछले 10 साल से गिरफ्तार नहीं हुआ था। झारखंड व बिहार में इसके नाम पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। रांची में हुए कई हाईप्रोफाइल मामलों में पुलिस को चंदन सोनार की तलाश  थी। जिसे राज्य सीआइडी ने अभियान चलाकर गिरफ्तार किया। चंदन सोनार मूलत: बिहार के वैशाली जिले का निवासी है एवं उसके स्वजन ङ्क्षसगरौली में भी रहते हैं।


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