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GATE Exam की तैयारी में जुटे अभ्यर्थियों को सफलता का टिप्स देंगे उमंग, बीआइटी मुहैया करा रहा मंच

आयुष उमंग अपनी गेट की जर्नी उपलब्धि और गेट की परीक्षा में सफल होने का टिप्स छात्रों को देंगे। यहां बता दें कि आयुष भी मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट बीआइटी सिंदरी के छात्र रह चुके है। लाइव वेबीनोर में शामिल होने के लिए बीआइटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।

By MritunjayEdited By: Published: Sat, 03 Apr 2021 09:58 AM (IST)Updated: Sun, 04 Apr 2021 09:49 AM (IST)
GATE Exam की तैयारी में जुटे अभ्यर्थियों को सफलता का टिप्स देंगे उमंग, बीआइटी मुहैया करा रहा मंच
बीआइटी सिंदरी की तरफ से गेट परीक्षा पर वेबीनार ( प्रतीकात्मक फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) एक अखिल भारतीय परीक्षा है। विद्यार्थियों की गुणवत्ता का परीक्षण एवं मूल्यांकन करना ही इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य है। गेट के माध्यम से छात्रों को देश के प्रीमियम संस्थानों में उच्चतर अध्ययन के लिए योग्यता का आकलन किया जाता है। पिछले माह ही जारी गेट के परिणाम में बीआइटी सिंदरी के छात्र आयुष उमंग ने 134 ऑल इंडिया रैंक प्राप्त किया था। आयुष की इस उपलब्धि को बीआइटी सिंदरी कैश कराने जा रहा है। बीआइटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग सोसायटी की ओर से चार अप्रैल को शाम पांच बजे लाइव वेबीनार का आयोजन किया जा रहा है। इसमें आयुष उमंग अपनी गेट की जर्नी, उपलब्धि और गेट की परीक्षा में सफल होने का टिप्स छात्रों को देंगे। यहां बता दें कि आयुष भी मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट बीआइटी सिंदरी के छात्र रह चुके है। लाइव वेबीनार में शामिल होने के लिए बीआइटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।

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बीआइटी सिंदरी के निदेशक डॉ डीके सिंह ने बताया कि ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है। इस परीक्षा के माध्यम से छात्रों को एमटेक एवं पीएचडी पाठ्यक्रमो में प्रवेश मिलता है। इस परीक्षा को भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान संस्थान (आइआइएससी) बेंगलुरु द्वारा राष्ट्रीय समन्वय बोर्ड गेट, उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) भारत सरकार और सात भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) के माध्यम से आयोजित किया जाता है। परीक्षा का आयोजन रोटेशनल आधारित किया जाता है।

गेट के लिए योग्यता

  • परीक्षा में भाग लेने के लिए बीई, बीटेक, बीफार्मा इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी में स्नातक की डिग्री होना अनिवार्य।
  • बैचलर : आर्किटेक्चर में स्नातक की डिग्री।
  • बीएससी (रिसर्च) बीएस : साइंस में स्नातक की डिग्री।
  • एमएससी, एमए, एमसीए या समकक्ष : विज्ञान, गणित, साख्यिकी, कंप्यूटर अनुप्रयोग की किसी भी शाखा से मास्टर की डिग्री।
  • इंटर एमई, एमटेक (पोस्ट बीएससी) :  इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी में पोस्ट बीएससी एकीकृत मास्टर डिग्री प्रोग्राम।

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