दामोदर का जलस्तर घटने से जल भंडारण में परेशानी
जल संयंत्र केंद्र में शाम चार बजे से रात्रि आठ बजे तक बिजली आपूíत ठप थी। इससे वजह से जल भंडारण का कार्य सोमवार की अहले सुबह शुरू किया गया है।
संस, जामाडोबा : गर्मी आने से पूर्व ही जामाडोबा जल संयंत्र केंद्र स्थित दामोदर नदी के दूसरे छोर पर अवैध तरीके से बालू के खनन व ढुलाई जारी रहने के कारण नदी ने अपनी एक धारा बदल दी है। इसके कारण संयंत्र के पास नदी का जल स्तर घटा गया है। झमाडा जामाडोबा जल संयंत्र केंद्र के कर्मियों ने बताया कि दामोदर नदी का जल स्तर जून माह में घटता है। जबकि अप्रैल माह में ही 454 आरएल होता है। यह अभी दो आरएल घटकर 452 हो गया है। इस कारण इंटेकवेल को पानी कम मात्रा में मिल रहा है। 12 एमजीडी एवं नौ एमजीडी जल भंडारण गृह में जल भंडारण का कार्य धीमी गति से होता है। कर्मियों ने बताया कि दूसरी ओर नदी में जलकुंभी के काफी मात्रा में बहकर आने से इंटेकवेल का फुटबॉल भी कभी-कभी जाम हो जा रहा है। हालांकि सोमवार को दामोदर नदी में उतरकर झमाडा कर्मी जलकुंभी की सफाई की। कर्मियों ने कहा कि रविवार को आई तेज हवा व पानी के कारण जल संयंत्र केंद्र में शाम चार बजे से रात्रि आठ बजे तक बिजली आपूíत ठप थी। इससे वजह से जल भंडारण का कार्य सोमवार की अहले सुबह शुरू किया गया है।
सोमवार को झरिया शहर में जलापूíत नहीं होने से लाखों लोगों में हाहाकार मचा रहा। संयंत्र में आयेदिन गड़बड़ी होने से भी जलापूíत में बाधा आती रही है। जलसंकट व अनियमित जलापूíत से लोगों में झमाडा अधिकारियों के प्रति रोष है। हालांकि, रात या मंगलवार को झरिया व आसपास के क्षेत्रों में जलापूíत होने की बात कर्मियों ने कही है।