मंझलाडीह के ग्रामीणों ने सामाजिक बहिष्कार की बात से किया इन्कार
निरसा एमपीएल ओपी क्षेत्र के मंझलाडीह गांव के तीन लोगों को पुजारी एवं उसका सहयोगी नहीं ब

निरसा : एमपीएल ओपी क्षेत्र के मंझलाडीह गांव के तीन लोगों को पुजारी एवं उसका सहयोगी नहीं बनने पर सामाजिक बहिष्कार करने की बात को ग्रामीणों ने गलत बताया है। मंझलाडीह के ग्रामीणों ने ओपी प्रभारी वसीम अनवर खान से शिकायत की है कि हम लोगों ने किसी का सामाजिक बहिष्कार नहीं किया है। झूठा आरोप लगाकर कुछ लोग ग्रामीणों को एवं गांव को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं।
मामले की सूचना पाकर मदनडीह पंचायत के मुखिया रामेश्वर सोरेन ओपी पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि दोनों पक्षों को बैठा कर मामले का समाधान कर दिया जाएगा।
मंझलाडीह के ग्रामीण बुद्धेश्वर मुर्मू, रंजीत हेंब्रम, अजय मरांडी, अतिसर मुर्मू ने बताया कि जनवरी 2021 में सभी ग्रामीणों की सहमति से मंदिर के पुजारी एवं सहयोगी के चयन के लिए गांव में छठिया किया गया था। छठिया गुरु के द्वारा राजेंद्र किस्कू को नायकी एवं रामलाल मुर्मू को कुडाम नायकी बनाया गया था। उस वक्त आसपास के कई गांवों के मांझी हड़ाम भी मौजूद थे। उस वक्त उपरोक्त दोनों ने नायकी एवं कुडाम नायकी बनने की स्वीकृति दे दी थी। बाद में दोनों ने इन्कार कर दिया।
गांव में पुजारी नहीं रहने के कारण पूजा नहीं हो पा रही। लोग त्योहार नहीं मना पा रहे हैं। बावजूद किसी का भी सामाजिक बहिष्कार नहीं किया गया है। उन लोगों पर कोई सामाजिक बंदिश नहीं लगाई गई है। वे लोग झूठा आरोप लगाकर हम लोगों को एवं गांव को बदनाम कर रहे हैं।
मालूम रहे कि सोमवार को मंझलाडीह गांव के राजेंद्र किस्कू, रामलाल मुर्मू एवं शत्रुघ्न हेंब्रम ने गांव का पुजारी नहीं बनने पर ग्रामीणों द्वारा सामाजिक बहिष्कार करने का आरोप लगाया था। राजेंद्र किस्कू ने एमपीएल ओपी में शिकायत भी दर्ज करवाई है। उसने आरोप लगाया है कि सोहराय पर्व के दौरान गांव आए रिश्तेदारों एवं हम लोगों के साथ ग्रामीणों ने मारपीट की थी।
इस संबंध में एमपीएल ओपी प्रभारी वसीम अनवर खान ने कहा कि दोनों पक्ष के लोग आये थे। दोनों पक्षों की बात सुनी गई। पंचायत के मुखिया एवं गणमान्य लोग मामले का समाधान करने के लिए प्रयासरत हैं। गांव में स्थिति सामान्य है।
Edited By Jagran