निचितपुर क्लीनिक के समक्ष प्रदर्शन कर ग्रामीणों ने सड़क पर लगाया बैरियर, दो घंटे तक यातायात अवरुद्ध
कतरास कतरास थाना अंतर्गत निचितपुर क्लीनिक नामक अस्पताल के समक्ष शनिवार को प्रदर्शन करते ह
कतरास : कतरास थाना अंतर्गत निचितपुर क्लीनिक नामक अस्पताल के समक्ष शनिवार को प्रदर्शन करते हुए ग्रामीणों ने बांस लगाकर आवाजाही अवरुद्ध कर दिया। अस्पताल के दोनों ओर सड़क पर लगाए गए बैरियर के पास काफी संख्या में जमा होकर महिलाएं व पुरुष अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। सड़क के बीच में टायर जला दिया। इसके पूर्व कुछ महिलाएं अस्पताल के भीतर गई थीं। ये लोग गांव को सैनिटाइज करने तथा थर्मल स्क्रीनिग की जांच की मांग कर रहे थे। अस्पताल से मरीज व नर्स को लेकर एंबुलेंस गंतव्य की ओर जाने के लिए निकली, जिसे सड़क पर आते ही आक्रोशित लोगों ने रोक दिया। लोग चालक के साथ उलझ गए। उसे बचाने आए अस्पताल के दूसरे कर्मियों के साथ भी दुर्व्यवहार किया। इस दौरान करीब दो घंटे तक आवागमन बाधित रहा। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने एंबुलेंस को छुड़वा कर गंतव्य को रवाना किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए थाने से अतिरिक्त पुलिस बल मंगाया गया। थानेदार संजीव कांत मिश्र ने कहा कि अस्पताल आपातकालीन सेवा के अंतर्गत है, इसे बंद नही किया जा सकता है। यदि कोई मांग हो तो लिख कर दें। इसके बाद ग्रामीणों ने छह सूत्री मांग पत्र थानेदार को सौंपा। इसके बाद आंदोलनकारियों ने बैरियर हटाया और अस्पताल के सामने सड़क पर लोगों की आवाजाही शुरु हुई। अस्पताल के प्रबंधक डॉ. उमाशंकर सिंह ने पुलिस के समक्ष बताया कि कुछ लोगों के उकसावे पर 40-50 महिला पुरुष अनावश्यक रुप से प्रवेश कर गांव को सौनिटाइज करने तथा अस्पताल को बंद करने की धमकी देने लगी। उनके चिकित्सीय चैंबर में प्रवेश कर हंगामा किया और मरीजों को भगाने लगे। इधर महिलाएं भी आरोप लगा रही थीं। मालूम हो कि दो दिन पूर्व यह बात सामने आई थी कि मेडिका में इलाजरत सुकुडीह के कोरोना संक्रमित का दो दिन यहां इलाज हुआ था। उसके किडनी में स्टोन पाए जाने के बाद यहां उच्च स्तरीय अस्पताल में रेफर किया गया था। ग्रामीणों की मांगों में निचितपुर के दोनों छोर पर सैनिटाइज की व्यवस्था, बस्ती के अंदर प्रत्येक व्यक्ति का कोरोना वायरस की जांच करायी जाय, पार्किंग की व्यवस्था कराई जाए। ग्रामीणों ने मांग पत्र के जरिए चेतावनी दी है कि यदि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हुई तो वे भी शिकायत करेंगे। इधर थानेदार संजीवकांत मिर ने कहा कि लिखित शिकायत नहीं मिली है। जांच पड़ताल किया जा रहा है।