वनवासी कल्याण केंद्र ने जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई धरती आबा की जयंती
वनवासी कल्याण केंद्र ने सोमवार को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में सरायढ़ेला स्थित दामकारा बड़वा के मांझी बस्ती में मनाया।
जागरण संवाददाता, धनबाद : वनवासी कल्याण केंद्र ने सोमवार को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में सरायढ़ेला स्थित दामकारा बड़वा के मांझी बस्ती में मनाया।
कार्यक्रम के संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता राजेंद्र प्रसाद साहू ने कहा कि बिरसा मुंडा अंग्रेजों से इस धरती और समाज को बचाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उनके समक्ष मिशनरियों द्वारा चलाए जा रहे धर्मातरण का भी मुद्दा बहुत ही विकराल रूप धारण किए हुए था। समाज के मूल धारा से लोगों को काटा जा रहा था। इससे उनकी लड़ाई धर्मांतरण में लगे मिशनरी एवं चर्च से भी थी। भगवान बिरसा मुंडा अपनी संस्कृति, परंपरा और भारतीय मूल विचारधारा को बचाने के लिए अंतिम समय तक संघर्ष करते रहे। आज के समय में भगवान बिरसा मुंडा से प्रेरणा लेकर हम सभी सनातनी समाज को संगठित होकर राष्ट्र विरोधी ताकतों से लड़ना होगा, तभी देश और समाज का कल्याण होगा।
वहीं मुख्य अतिथि प्रेमचंद्र मुर्मू ने कहा की एक षड़यंत्र के तहत हमलोग को अलग किया जा रहा है। लेकिन षडयंत्रकारियों का यह वार हमारी एकता के कारण सफल नहीं हो पाएगा। कार्यक्रम का शुभारंभ बिरसा मुंडा की छवि पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया। इसके बाद जनजातीय महिलाओं ने गीत प्रस्तुत किया। इस दौरान बच्चों के बीच प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम भी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से वनवासी कल्याण केंद्र के मोतीलाल मुर्मू, संजीवन हांसदा, संघ के राजीव कांत, पंकज सिंह, राजेंद्र प्रसाद साहू, राकेश सुमन, गोपाल कटेसरिया, शंकर टूडू, परमेश्वर महतो, प्रेमचंद मुर्मू, मंटू महतो, अशोक सिंह, अरुण गोस्वामी, कालीचरण हांसदा, प्रकाश मुर्मू, अजय सिंह, आशुतोष हेंब्रम, सोमनाथ हेंब्रम, रमेश हांसदा, कविता हेंब्रम, वीना हांसदा, उर्मिला मुर्मू, संतोषी मुर्मू आदि उपस्थित थे।