BBMKU: अंग्रेजी ऑनर्स में वैशाली और तबस्समुम का नाम विश्वविद्यालय टॉपर्स में शुमार
अंग्रेजी ऑनर्स में दो छात्राएं संयुक्त रूप से विवि टॉपर बनी हैं। इनमें गुरुनानक कॉलेज की वैशाली सिंह और विस्थापित कॉलेज बालीडीह की तबस्सुम गुलनाज शामिल हैं।
धनबाद, जेएनएन। बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय ने स्नातक के पांच विषयों के टॉपर्स की लिस्ट जारी की है। इनमें तीन छात्राएं और दो छात्र हैं। अंग्रेजी ऑनर्स में दो छात्राएं संयुक्त रूप से विवि टॉपर बनी हैं। इनमें गुरुनानक कॉलेज की वैशाली सिंह और विस्थापित कॉलेज बालीडीह की तबस्सुम गुलनाज शामिल हैं। इसके साथ ही गुरुनानक कॉलेज की विभा कुमारी बीबीए की विश्वविद्यालय टापर बनी हैं।
- विवि टॉपर्स
- नाम विषय कॉलेज
- शुभम कुमार राय - एंथ्रोपोलॉजी - आरवीएस कॉलेज
- वैशाली सिंह - अंग्रेजी - गुरुनानक कॉलेज
- तबस्सुम गुलनाज - अंग्रेजी - विस्थापित कॉलेज बालीडीह
- विभा कुमारी - बीसीए - गुरुनानक कॉलेज
- पवन कुमार मल्लाह - बायोटेक्नोलॉजी - बीएस सिटी कॉलेज
- टॉपर के बोल
जरूरी नहीं कि टॉपर बनने को खुद को किताबों में कैद कर लें
आम तौर पर छात्र-छात्राओं की यही धारणा रहती है कि एग्जाम आ गया है तो खुद को किताबों में ही कैद कर लें। पर मेरी सोच बिल्कुल अलग है। मैंने कभी ऐसा नहीं किया। वाट्सएप, फेसबुक से जुड़ी रही और वक्त निकाल कर पढ़ाई भी की। यह कहना है गुरुनानक कॉलेज की बीसीए छात्रा विभा कुमारी का। उसने बताया कि ऐसा कतई जरूरी नहीं कि 10 घंटे या 12 घंटे पढ़ाई ही की जाए। पढऩे का शिड्यूल होना चाहिए और लक्ष्य भी। रटने के बजाय अगर उसे समझ लिया जाए तो ज्यादा बेहतर है। मेरे जूनियर्स से भी मैं यही कहूंगी कि रट्टा मारने के बजाय मन लगाकर पढ़ें तो सफलता मिलेगी ही।
टीसीएस चेन्नई में ले रही प्रशिक्षण
एसएसएलएनटी कॉलेज के समीप रहने वाली छात्रा इन दिनों टीसीएस चेन्नई में प्रशिक्षण ले रही हैं। उसके पिता बबन ओझा माडाकर्मी हैं और मां सीमा देवी गृहिणी हैं। पापा का मिला हमेशा साथ विभा कहती हैं कि उसे उसके पापा का साथ हमेशा मिला। यूं कहें कि टॉपर होने का श्रेय पापा को ही है। सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करने और अपने पैरों पर खड़े होने का मोटीवेशन उनसे ही मिला।
मम्मी मिठाई खिलाते फोटो छपने का देखती थी सपना, मैंने पूरा कर दिया
मम्मी अक्सर अखबारों में टॉपर्स की तस्वीरें देखती थीं और कहती थी कि पता नहीं ऐसा वक्त कब आएगा जब मैं भी मिठाई खिलाउंगी और तस्वीर छपेगी। मम्मी का सपना मैंने पूरा कर दिया। उनके हाथ में मिठाई और आखों में खुशी के आंसू थे। मैं भी खुद को रोक न पायी और मेरे भी आंखें भर आई। यह कहना है गुरुनानक कॉलेज की छात्रा और स्नातक अंग्रेजी ऑनर्स में संयुक्त विवि टॉपर बनी वैशाली सिंह का। शनिवार की शाम जैसे ही उसे जानकारी मिली कि वह यूनिवर्सिटी टॉपर बनी है तो उसके घर पर जश्न का माहौल था।
स्मार्ट फोन यूजर हूं पर सोशल मीडिया से जुडऩा पसंद नहीं
युवाओं में वाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम का जादू भले ही सिर चढ़कर बोलता हो पर वैशाली को सोशल मीडिया से जुडऩा ही पसंद नहीं। उसके भैया ने स्मार्ट फोन दिया है जिससे वह इंटरनेट का इस्तेमाल सिर्फ स्टडी मैटेरियल ढूंढऩे के लिए ही करती हैं।
पढ़ाकू नहीं हूं पर पढ़ाने का है शौक
वैशाली कहती है कि वह पढ़ाकू नहीं है पर उसे पढ़ाने का शौक है। यही वजह है कि पीजी के बाद नेट क्वालीफाई कर वह प्रोफेसर बनना चाहती हैं। बैंक मोड़ की रहने वाली वैशाली के पिता जय सिंह बिजनेसमैन हैं। मां बॉबी सिंह गृहिणी हैं।
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