Corona Vaccination Drive: नहीं पहुंची टीका की खेप, धनबाद शहर में आज नहीं होगा टीकाकरण
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ विकास राणा ने बताया कि सोमवार को वैक्सीन आने की उम्मीद है। इसके बाद टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन लोगों की दूसरे डोज की तारीख आगे पीछे हो बढ़ रही है। उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है।
जागरण संवाददाता धनबाद। जिले में एक बार फिर कोरोना वैक्सीन की कमी हो गई है। वैक्सीन की कमी की वजह से जिले में 78 टीकाकरण केंद्र को बंद करने पड़े हैं। जिले में सक्रिय रूप से 80 टीकाकरण केंद्र संचालित होते हैं, लेकिन टीका की कमी होने की वजह से मात्र बाघमारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दो टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। इसके साथ ही 3 टीकाकरण केंद्र मोबाइल वेन के माध्यम से झरिया, गोविंदपुर और बाघमारा में रहेंगे। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ विकास राणा ने बताया कि सोमवार को वैक्सीन आने की उम्मीद है। इसके बाद टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन लोगों की दूसरे डोज की तारीख आगे पीछे हो बढ़ रही है। उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसे लोगों के लिए स्वास्थ्य विभाग गंभीर है और जल्द से जल्द उन्हें वैक्सीन से जोड़ने की कवायद चल रही है।
अब तक 5,65,906 लोगों को लगाया गया है टीका
जिले में अब तक 5,65,906 लोगों को कोरोना वायरस का टीका लगाया गया है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो टीकाकरण में एक बार फिर से कमी की वजह से रफ्तार कम हो गई है। चार लाख 56 हजार पुरुषों में टीका लिया है वही टीका लेने वाले महिलाओं की संख्या 1,14 हजार है। उन्होंने बताया है कि लगभग 29 लाख लोगों को टीकाकरण से जोड़ना है। विभाग की कोशिश है अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण से जोड़ा जाए।
तीसरी लहर के संभावित खतरे को देखते हुए लोग भी हुए जागरूक
टीकाकरण को लेकर पहले लोग जागरूक नहीं थे। इस वजह से वैक्सीन होने के बाद भी पहले रफ्तार काफी कम रही। अब तीसरी लहर आने की आशंका को देखते हुए लोग भी तेजी से जागरूक हुए हैं। लेकिन अक्सर वैक्सीन की कमी होने की वजह से टीका नहीं लग पा रहा है। यही वजह है कि जिले में टीकाकरण केंद्रों पर आए दिन भारी भीड़ हो रही है। इस वजह से यहां आने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ज्यादा कुछ नहीं कर पा रहा है। यही वजह है कि टीकाकरण केंद्र पर कोविड-19 का पालन नहीं हो रहा है।