Move to Jagran APP

जानें-आरएसपी कॉलेज झरिया की मान्यता पर क्यों मंडरा रहा खतरा

जमीन और भवन का मालिकाना हक आरएसपी कॉलेज को नहीं मिला है। कई बार पत्र भेजकर आग्रह किया गया है। यह प्रक्रिया पूरी नहीं हुई तो यूजीसी और सरकार से मिलने वाला ग्रांट भी प्रभावित होगा।

By mritunjayEdited By: Published: Sun, 17 Feb 2019 01:37 PM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 01:37 PM (IST)
जानें-आरएसपी कॉलेज झरिया की मान्यता पर क्यों मंडरा रहा खतरा
जानें-आरएसपी कॉलेज झरिया की मान्यता पर क्यों मंडरा रहा खतरा

धनबाद, जेएनएन। कोयला मंत्रालय द्वारा झरिया अंचल के नूनूडीह माैजा स्थित डिगवाडीह रोपवे कॉलोनी की जमीन पर भवन निर्माण के लिए एनओसी दिए जाने के बावजूद आरएसपी कॉलेज को लेकर जारी समस्या समाधान नहीं हुआ है। यूजीसी के नियमों के मुताबिक कॉलेज के नाम पर जमीन का हस्तांतरण होना चाहिए। ऐसे में जबतक जमीन का हस्तांतरण कॉलेज के नाम नहीं हो जाता मान्यता पर खतरा बरकरार रहेगा। सीनेट की बैठक में यह मुद्दा जोर-शोर से उठा। 

loksabha election banner

सीनेट की बै ठक के दूसरे दिन शनिवार को आरएसपी कॉलेज का मुद्दा उठा। प्राचार्य डॉ. जेएन सिंह ने बतौर सीनेट सदस्य कुलपति और सदस्यों से आग्रह किया कि विवि स्तर पर इस समस्या का समाधान किया जाए, अन्यथा यूजीसी से कॉलेज की मान्यता छिन जाएगी। इसके साथ ही नैक से ग्रेडिंग के लिए तीसरे चक्र का आवेदन भी कॉलेज नहीं भेज सकेगा। 

बताया गया कि आरएसपी कॉलेज झरिया को सितंबर 2017 में बेलगडिय़ा के अद्र्धनिर्मित भवन में शिफ्ट कर दिया गया। उस भवन का निर्माण स्कूल के लिए हो रहा था। अब तक उस जमीन और भवन का मालिकाना हक कॉलेज को नहीं मिला हैजबकि कई बार पत्र भेजकर आग्रह किया गया है। यह प्रक्रिया पूरी नहीं हुई तो यूजीसी और सरकार से मिलने वाला ग्रांट भी प्रभावित होगा। 

आरएसपी कॉलेज को अभी नहीं मिलेगी बस सुविधाः सीनेट की बैठक में आरएसपी कॉलेज के लिए बस सुविधा शुरू करने का भी आग्रह किया गया। बताया कि शहर से काफी दूर होने के कारण वहां तक पहुंचने में खास तौर पर छात्राओं को काफी परेशानी हो रही है। हालांकि इस प्रस्ताव पर फिलहाल सहमति नहीं बनी। बताया गया कि बस शुल्क को लेकर तकनीकी अड़चन है। इस वजह से इसे फिलहाल स्थगित किया जाए। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.