इतिहास के शिक्षक को डराने के लिए छात्र ने खेला तेजाबी खेल, दो निलंबित
सोनू विश्वकर्मा व सूरज साव पर तेजाब नहीं फेंका गया है। किसी ने उन पर खुजली वाला पाउडर फेंका था। बच्चों से पूछताछ की गई है। स्कूल में प्रवेश करने पर भी बच्चों की नियमित जांच होती रहती है। अब और ध्यान दिया जाएगा।
झरिया, जेएनएन। पीएमसीएच के डाक्टर की रिपोर्ट को माने तो झरिया में बनियाहीर के डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के छात्र सोनू विश्वकर्मा पर एसिड अटैक किया गया। शनिवार को पीएमसीएच में सोनू विश्वकर्मा को फिर इलाज के लिए लाया गया। जख्म देखने के बाद डाक्टर ने रिपोर्ट में दर्ज किया कि तेजाब डाला गया है अथवा कोई अम्ल। दिन भर जांच कराने के बाद स्कूल प्रबंधन ने दो छात्रों को निलंबित कर दिया है। इधर, पीएमसीएच में सोनू विश्वकर्मा ने कहा कि इतिहास के शिक्षक पर डालने के लिए तेजाब लाया गया था। इतिहास के शिक्षक ने कुछ दिन पहले बदमाशी करने पर कुछ छात्रों के साथ डांट फटकार की थी। इसी कारण कुछ छात्र गुस्से में थे। बदमाशी करने की शिकायत उसने की थी। क्लास में इतिहास के शिक्षक नहीं आए थे। इसलिए शायद उस पर तेजाब फेंका गया हो।
पीएमसीएच में इलाजरत सोनू विश्वकर्मा ने बताया कि वह अपनी क्लास का मानीटर है। दो सप्ताह पहले शुभम साव और शशांक चौबे के साथ छह सात साथी ने क्लास से बंक किया था। इतिहास के शिक्षक ने पूछा था तो उन लड़कों के बारे में बता दिया था। इसके बाद इतिहास के शिक्षक ने उनकी पिटाई की थी। जानकारी मिली है कि जांच पड़ताल के बाद यह बात सामने आई है कि शुभम साव तेजाब लेकर आया था। इतिहास के टीचर नहीं थे। शशांक चौबे ने उस पर तेजाब फेंका था। और भी कुछ छात्रों पर तेजाब पड़ा था।
पिता बोले कि पुलिस अफसर ने सही प्राथमिकी नहीं लिखवाईः पीएमसीएच में सोनू के पिता विजय विश्वकर्मा ने कहा कि झरिया के पुलिस अफसर ने सही प्राथमिकी नहीं लिखवाई। उन्हें सुबह साढ़े दस बजे स्कूल बुलाया गया था। पुलिस अफसर आए थे। बताया गया कि कुछ लड़कों ने अपनी गलती मानी है। फिर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। पुलिस के अफसर ने सब कुछ लिखवाया था। विजय विश्वकर्मा बोले कि इस मसले पर उपायुक्त और एसएसपी न्याय संगत कार्रवाई करे। अगर तेजाब या अम्ल उनके बच्चे की आंख में चला जाता तो उसका जीवन बर्बाद हो जाता।
स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को नहीं दी जानकारीः विजय विश्वकर्मा ने बताया कि स्कूल प्रबंधन के भरोसे में अभिभावक अपने बच्चों को भेजते हैं। उनके पुत्र के साथ इतनी बड़ी घटना हुई। गर्दन पर फोले निकल गए। फिर भी स्कूल प्रबंधन से उन्हें इस घटना की जानाकरी नहीं मिली। उनके बच्चे को अकेले घर भेज दिया गया।
सोनू विश्वकर्मा व सूरज साव पर तेजाब नहीं फेंका गया है। किसी ने उन पर खुजली वाला पाउडर फेंका था। बच्चों से पूछताछ की गई है। स्कूल में प्रवेश करने पर भी बच्चों की नियमित जांच होती रहती है। अब और ध्यान दिया जाएगा। अभिभावक भी अपने बच्चों पर ध्यान दें। सहयोग करें। इस मामले में दो छात्र निलंबित किए गए हैं।
-एस मोदक, प्राचार्य, डीएवी सेंटेनरी स्कूल लोदना
पीडि़त छात्र के पिता की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ विषैला पदार्थ फेंकने का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस छानबीन कर रही है।
-रंधीर कुमार, थाना प्रभारी, झरिया