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क्लास रूम में हुए तेजाबी हमले में दो छात्र एक शिक्षिका घायल, नहीं दिखा हमलावर

इलाज के लिए भगानिया अस्पताल ले जाया गया तो वहां डाक्टर ने आशंका जताई कि तेजाब अथवा उसके जैसा कोई रसायन शरीर पर फेंका गया है। तब जानकारी हुई कि जलन क्यों हुई, घाव कैसे हुआ।

By mritunjayEdited By: Published: Sat, 29 Dec 2018 10:27 AM (IST)Updated: Sat, 29 Dec 2018 10:27 AM (IST)
क्लास रूम में हुए तेजाबी हमले में दो छात्र एक शिक्षिका घायल, नहीं दिखा हमलावर
क्लास रूम में हुए तेजाबी हमले में दो छात्र एक शिक्षिका घायल, नहीं दिखा हमलावर

झरिया, जेएनएन। झरिया के बनियाहीर डीएवी पब्लिक स्कूल के भीतर शुक्रवार को दसवीं के क्लास रूम में दो छात्रों पर किसी ने तेजाब फेंक दिया। दसवीं में पढ़ाई करने वाले सोनू विश्वकर्मा की गर्दन का बड़ा हिस्सा झुलस गया। एक और छात्र सूरज साव के चेहरे पर भी तेजाब के छींटे पड़े हैं। सूचना पाकर झरिया पुलिस स्कूल गई। दोनों छात्रों का भगानिया अस्पताल में प्रारंभिक इलाज कराया। फिर धनबाद के पीएमसीएच में भेज कर चिकित्सा कराई। इलाज के बाद दोनों छात्रों को स्वास्थ्य लाभ के लिए पीएमसीएच से घर भेज दिया गया। चौंकाने वाली बात यह है कि स्कूल के भीतर छात्रों पर तेजाब फेंकने की घटना की जानकारी प्राचार्य एस के मोदक को नहीं मिली। पुलिस स्कूल गई तो उन्होंने खुद को इस घटना से अनजान बताया। बनियाहीर के डीएवी पब्लिक स्कूल में क्लास चल रही थी। अचानक दसवीं के दो छात्रों को अहसास हुआ कि उनके शरीर पर कुछ आकर गिरा है। कुछ सैकेंड के बाद शरीर में जलन शुरू हुई तो उन लोगों ने हो हल्ला किया। क्लास रूम में बात फैल गई कि तेजाब जैसा कुछ फेंका गया है जिसके छींटे क्लास ले रही मैडम पर भी पड़े हैं। कुछ सहपाठी प्रभावित दोनों छात्रों को लेकर झरिया थाना गए। वहां से पुलिस उन्हें इलाज के लिए ले गई। पुलिस को सोनू विश्वकर्मा ने बताया कि वह डीएवी स्कूल में कक्षा दस का विद्यार्थी है। स्कूल के रूम नंबर 28 में पढ़ाई कर रहा था। अचानक उसे महसूस हुआ कि गर्दन पर कुछ गिरा है। जलन होने लगी तो पानी डाला गया। कुछ देर में गर्दन समेत शरीर के दूसरे हिस्से में घाव हो गये। उसके पास बैठे सूरज साव के शरीर पर कुछ छींटे पड़े हैं। तेजाब फेंकने वाले को उसने नहीं देखा है।

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इलाज के लिए भगानिया अस्पताल ले जाया गया तो वहां डाक्टर ने आशंका जताई कि तेजाब अथवा उसके जैसा कोई रसायन शरीर पर फेंका गया है। तब जानकारी हुई कि जलन क्यों हुई, घाव कैसे हुआ। घटना की जानकारी पाकर सोनू के पिता विजय विश्वकर्मा समेत परिजन अस्पताल गए। सोनू साईं मंदिर के नजदीक रहता है। सुबह में झरिया के लोगों को इस घटना के बारे में पता नहीं चला। शाम में बात फैली तो जितने मुंह उतनी बातें। 

थानेदार बोले कि मौखिक शिकायत मिली है

झरिया थानेदार रणधीर कुमार ने कहा कि उन्हें इस मसले की मौखिक शिकायत मिली है। घटना होने की सूचना के बाद जख्मी छात्रों का इलाज कराया गया। किसी भी छात्र के परिजन ने लिखित शिकायत नहीं की है। पुलिस जांच जरूर करेगी ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो। 


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