Move to Jagran APP

इन गहनों के क्या कहने... रद्दी कागज से नए ट्रेंड वाले गहने बना रहीं धनबाद की दो छात्राएं

Paper Jewelry गहनों को टिकाऊ बनाने के लिए वार्निश व फेवीकोल का प्रयोग किया गया है। पानी की कुछ बूंदे यदि गहनों पर पड़ भी जाएं तो उनका बाल बांका नहीं होगा। इसके लिए इसमें वार्निश का प्रयोग किया गया है। अनेक प्रकार के चमकीले रंग इनको खूबसूरत बनाते हैं।

By MritunjayEdited By: Published: Mon, 07 Jun 2021 10:58 AM (IST)Updated: Mon, 07 Jun 2021 10:58 AM (IST)
इन गहनों के क्या कहने... रद्दी कागज से नए ट्रेंड वाले गहने बना रहीं धनबाद की दो छात्राएं
रद्दी कागज से बने सुंदर और आकर्षक गहने ( फाइल फोटो)।

धनबाद [ तापस बनर्जी ]। आपने सोने, चांदी, हीरे व धातु के गहने देखे होंगे। मगर बदलते ट्रेंड के साथ हल्के वजन वाले गहने महिलाओं को खूब भा रहे हैं। आजकल ऐसे गहने उनकी पसंद हैं, जो सोने-चांदी के न होने के बाद भी अलग दिखने में मदद करें। इसी ट्रेंड को अब स्टार्टअप का रूप दे रही हैं धनबाद की रहने वाली एमए की छात्रा प्रतिज्ञा लाला व एमकॉम की छात्रा शिखा सिंह। इन दोनों ने रद्दी कागज से सुंदर और आकर्षक गहने बनाना शुरू किया है। जल्द ये गहने बाजार में उपलब्ध होंगे। खुद आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ दूसरी महिलाओं को भी इससे जोडऩे की तैयारी है। अपने स्टार्टअप का नाम दिया है 'क्या खूब'। 

loksabha election banner

शरीर पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं

प्रतिज्ञा ने बताया कि 14 युवतियों ने संपर्क किया है। इनको कागज से गहने तैयार करने व घर में पड़ी बेकार की चीजों से सजावट के दूसरे सामान बनाने का वे प्रशिक्षण देंगी। कागज से बने गहने महिलाएं आम गहनों की तरह इस्तेमाल कर सकती हैं। उनको पहनकर पार्टी में जा सकती हैं। वापस आकर बॉक्स में रखें और फिर दोबारा इस्तेमाल करें। रखरखाव सतर्कता से करेंगे तो वे जल्द खराब नहीं होंगे। उनको पानी से बचाएं तो वे टिकाऊ बने रहेंगे। खास बात ये कि कागज के इन गहनों का शरीर पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा। धनबाद के एसएसएलएनटी कॉलेज में नए स्टार्टअप को अपने उत्पाद प्रदर्शित करने का मौका दिया गया था। उसमें इन गहनों को सराहा गया था।

ऐसे बनते हैं कागज के गहने

रद्दी कागज को पानी में डालकर गला देते हैं। इसमें मैदा व फेवीकोल डालकर विशेष प्रकार की लुग्दी तैयार करते हैं। उसके बाद इस पर हाथ की कारीगरी दिखाई जाती है। हस्तकला से इसे गहनों की शक्ल देते हैं। इनमें रंग भरे जाते हैं। लागत से चार गुना अधिक कीमत पर ये बिक जाते हैं। हाथ की कारीगरी होने के कारण इन गहनों को बनाने में बहुत मेहनत करनी होती है।

गहनों को टिकाऊ बनाने को वार्निश का प्रयोग

गहनों को टिकाऊ बनाने के लिए वार्निश व फेवीकोल का प्रयोग किया गया है। पानी की कुछ बूंदे यदि गहनों पर पड़ भी जाएं तो उनका बाल बांका नहीं होगा। दरअसल इसके लिए इसमें वार्निश का प्रयोग किया गया है। अनेक प्रकार के चमकीले रंग इनको खूबसूरत बनाते हैं। इस प्रकार के कुछ गहने अभी मार्केट में हैं पर हमारे गहनों की खासियत है कि ये बेहद हल्के हैं। गिरने से ये टूटते भी नहीं हैं। कोरोना काल के कारण अभी घर पर ही काम करते हैं। स्थिति सामान्य होने पर नई शुरुआत होगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.