जनता कर्फ्यू के दौरान दिखा वर्दी के दो रंग, पढ़ें कोरोना से जंग के बीच इंसानियत की कहानी Dhanbad News
जनता कर्फ्यू को लेकर कोल कैपिटल में सन्नाटा है। टाइगर जवान शहर में गश्त भी करते रहे है। इस दौरान कुछ दवा दुकानें ही खुली दिखीं। वहीं हमेशा गुलजार रहने वाला स्टेशन रोड भी शांत दिखा।
धनबाद, [रोहित कर्ण]। 24 घंटे गुलजार रहने वाले शहर के स्टेशन रोड पर रविवार को सन्नाटा पसरा है। दिन के करीब 11 बजे एक दुकानदार अपनी दुकान की सुरक्षा में यहां खड़ा है। वजह सामान इतना कि दुकान में समा नहीं सकता। सो पर्दा व खाली कैरेट डालकर हिफाजत में लगा है। हर किसी को पता है के स्टेशन रोड कभी बंद नहीं हो सकता। लिहाजा पूरे शहर से लोग आशा लिए यहां पहुंच रहे हैं कि कम से कम एक कप चाय, नाश्ता तो मिल ही जाएगा। पर हर किसी को यहां निराशा ही हाथ लग रही है। कह रहे ऐसा तो होली में भी नहीं हुआ।
ठीक तभी आरपीएफ के एक अधिकारी वहां बिस्किट लेने पहुंचते हैं। दुकानदार उन्हें भी देने से इन्कार कर देता हैं। साहब गिड़गिड़ाने के अंदाज में कहते हैं कि, "हमें अपने लिए नहीं चाहिए। कुछ बच्चे हैं जो गरीब हैं, आज उनके खाने-पीने का कोई इंतजाम नहीं। स्टेशन पर सन्नाटा है। वे भूखे हैं। उन्हीं के लिए 10 पैकेट बिस्किट चाहिए। कहीं से जुगाड़ कर दीजिए न।"
हमेशा अकड़ के साथ बात करने वाले अधिकारी की करुणा भरी बात सुन दुकानदार का दिल पसीज गया। वह दुकान खोलकर 10 पैकेट बिस्किट थमा दिया। इसी बीच टाइगर फोर्स के कुछ जवान वहां पहुंचते हैं और दुकानदारों से दुकान बंद कर वहां से चले जाने को कहते हैं। दुकानदार पहले से दुकान बंद किए हैं। वे उनके आदेशों का शब्द सह पालन करता है। फिर टाइगर जवानों की अपील, चला जाए मैडम, यहां तो कुछ खुला नहीं है। सब जगह शांति है। वे चले जाते हैं।