Top Dhanbad News of the day, Wed, 17 July, 2019, राशन के लिए बवाल, हर्ष सिंह, एई की फजीहत, ई-स्वास्थ्य एप, चिकित्सक संकट
राशन के लिए जीतपुर में मुखिया पति और प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी की फजीहत। जेल से छूटते ही बहुचर्चित रंजय सिंह हत्याकांड के अभियुक्त हर्ष सिंह की राजनीतिक गतिविधि शुरू।
धनबाद, जेएनएन। तोपचांची प्रखंड के जीतपुर में बुधवार को राशन के लिए महिलाओं ने प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी और मुखिया पति की फजीहत की। जेल से छूटते ही बहुचर्चित रंजय सिंह हत्याकांड के अभियुक्त हर्ष सिंह ने राजनीतिक गतिविधियां शुरू कर दी है। श्रीराम वाटिका का पानी कनेक्शन काटने पहुंचे पेयजल विभाग के सहायक अभियंता को महिलाओं के विरोध के कारण बैरंग लाैटना पड़ा। सेवानिवृत्त कर्मचारियों की मदद के लिए कोल इंडिया लेकर आया ई-स्वास्थ्य एप। श्रावणी मेला में चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति के कारण चरमराएगी धनबाद की स्वास्थ्य व्यवस्था।
राशन के लिए जीतपुर में मुखिया पति और प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी की फजीहत
तोपचांची प्रखंड के जीतपुर में जन वितरण प्रणाली में व्याप्त अनियमितता को लेकर बुधवार को महिलाओं ने बवाल किया। ग्रामीणों का आरोप था कि राशन कार्ड अपडेट है। बावजूद दुकानदार राशन नहीं दे रहा है। इसे लेकर पहले स्थानीय मुखिया कुंती देवी के पति जगरनाथ महतो की फजीहत की। जब प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी राकेश महतो पहुंचे तो उन्हें भी घेर लिया। घंटों बिठाकर रखा। महिलाएं उपायुक्त को बुलाने की मांग कर रही थी। पीडीएस दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई और नियमित रूप से राशन वितरण का आश्वासन दिए जाने के बाद महिलाओं ने प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी और मुखिया पति को जाने दिया।
जेल से छूटते ही कांग्रेस के मंच पर नजर आए हर्ष
बहुचर्चित रंजय सिंह हत्याकांड के अभियुक्त हर्ष सिंह जमानत पर जेल से छूटने के बाद बुधवार को पहली बार सार्वजनिक रूप से कांग्रेस के मंच पर नजर आए। हर्ष सात महीने से पलामू जेल में बंद थे। हाल ही में जमानत पर छूटे हैं। बिजली संकट के विरोध में झरिया नगर कांग्रेस की तरफ से बुधवार को बिहार बिल्डिंग के समक्ष एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया। इस माैके पर कांग्रेस नेता शमशेर आलम और मुख्तार खान के साथ हर्ष सिंह भी मंचासीन थे। हर्ष ने बिजली को लेकर राज्य की भाजपा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने बिजली संकट दूर करने की मांग की।
महिलाओं के विरोध के बाद बैरंग लाैटे पेयजल विभाग के सहायक अभियंता
श्रीराम वाटिका, धैया का पानी काटने गए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग धनबाद के सहायक अभियंता डीएन महतो को बुधवार को बैरंग लाैटना पड़ा। इस दाैरान आक्रोशित महिलाओं ने महतो की लानत-मलानत भी की। जल संकट को लेकर कोरंगा पट्टी के लोगों ने मंगलवार को सिटी सेंटर-बरवाअड्डा फोरलेन जाम किया था। उनका कहना था कि जबसे श्रीराम वाटिका में पानी का कनेक्शन दिया गया है तबसे उन लोगों का फ्लो कम हो गया। इसके बाद बुधवार को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सहायक अभियंता श्रीराम वाटिका का कनेक्शन काटने गए थे। इसके लिए मिट्टी की खुदाई की जा रही थी। जैसे ही यह बात श्रीराम वाटिका में रहने वाले लोगों को पता चला भड़क गए। सबसे ज्यादा महिलाएं उग्र थीं। उन्होंने सहायक अभियंता को घेर लिया। उनका कहना था कि पानी का कनेक्शन वैध है। वे लोग पानी के बिल का भुगतान करते हैं। कनेक्शन कैसे काटा जा सकता है?
अब कोल इंडिया से सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए ई-स्वास्थ्य एप
कोल इंडिया की इकाई ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड ने अपने सेवानिवृत्त कोल कर्मियों की सेहत का ख्याल रखने को ई-स्वास्थ्य एप लांच किया है। चार जुलाई को शुरुआत हो गई है। ईसीएल की यह सुविधा कोल इंडिया को भा गई है। कोल इंडिया ने सभी इकाइयों में इसे लागू करने की तैयारी कर दी है। इससे तीन लाख सेवानिवृत्त कोल कर्मियों को फायदा होगा। एप के माध्यम से सेवानिवृत्त कोल कर्मी को जगह विशेष में कंपनी के अस्पताल, डिस्पेंसरी की जानकारी मिलेगी। यह भी पता चलेगा कि उसने कितने मेडिकल बिल क्लेम किए हैं और पोस्ट रिटायरमेंट मेडिकल बेनीफिट स्कीम में उसके मद की कितनी रकम शेष है।
भर सावन धनबाद की स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भोले शंकर के भरोसे
धनबाद कोयलांचल के सरकारी अस्पतालों में पहले से ही चिकित्सकों की भारी कमी है।125 स्वीकृत पदों की तुलना में 63 डॉक्टर कार्यरत हैं। ऐसे में कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक साप्ताहिक सेवा देते हैं। अब श्रावणी मेला के मद्देनजर धनबाद के 21 चिकित्सकों की ड्यूटी एक महीने के लिए देवघर जिले में लगा दी गई है। इससे धनबाद की चिकित्सा व्यवस्था का चरमराना लाजिमी है। अब भर सावन यहां की चिकित्सा व्यवस्था भगवान भोले शंकर के भरोसे ही रहेगी। श्रावणी मेला देवघर में धनबाद के 21 चिकित्सकों की ड्यूटी लगायी गयी है। पहले चरण के लिए आठ चिकित्सक देवघर के लिए रवाना हो गये हैं। वहीं शेष 13 चिकित्सक दूसरे चरण के लिए रवाना होंगे। पहले चरण में चिकित्सकों के मेला में जाने के बाद कई केंद्र चिकित्सक विहीन हो गये हैं।