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कोयलांचल पर वर्चस्व कायम रखने को एके-47 से लैस हुआ टाइगर

कोयलांचल के टाइगर का खतरनाक मंसूबा सामने आया है। वह एके-47 से अपनी निजी सेना को लैस कर रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 02:08 PM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 03:53 PM (IST)
कोयलांचल पर वर्चस्व कायम रखने को एके-47 से लैस हुआ टाइगर
कोयलांचल पर वर्चस्व कायम रखने को एके-47 से लैस हुआ टाइगर

धनबाद, जेएनएन। कोयलांचल के टाइगर का खतरनाक मंसूबा सामने आया है। वह एके-47 से अपनी निजी सेना को लैस कर रहा है। हथियार तस्करों ने पूछताछ के दौरान पुलिस के समक्ष खुलासा किया है कि धनबाद के टाइगर ने भी दो दर्जन एके-47 खरीदने की डील की। यह जान धनबाद कोयलांचल की राजनीति और कोयले के कारोबार में मजबूत दखल रखने वालों के होश उड़ गए हैं।

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क्या है मामला : सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो (सीओडी) जबलपुर से 70 एके-47 रायफलों की चोरी के मामले में जबलपुर क्राइम ब्रांच जांच कर रही है। इस मामले में गिरफ्तार रिटायर्ड आर्मरर पुरुषोत्तम लाल को रिमांड पर लेकर पूछताछ चल रही है। सीओडी जबलपुर से वर्ष 2012 से एके-47 लायफल पार्टस मुंगेर निवासी नियाजुल हसन, शमशेर और इमरान को बेचा जा रहा था। 29 अगस्त को मुंगेर में तीन एके-47 रायफल के साथ इमरान की गिरफ्तारी से इसका खुलासा हुआ। इसके बाद जबलपुर पुलिस ने सेवानिवृत्त आर्मरर पुरुषोत्तम लाल को धर दबोचा। पकड़े जाने के बाद सेना में लांस नायक सूबेदार नियाजुल हसन उर्फ रहमान से मुंगेर पुलिस पूछताछ कर रही है।

तस्करी में धनबाद का एक ट्रांसपोर्टर भी शामिल: मुंगेर पुलिस सूत्रों के अनुसार पकड़े गए हथियार तस्करों की पूछताछ में जो खुलासा हुआ है उससे जाच में जुटी पुलिस टीम के कान खड़े हो गए हैं। कहा जा रहा है कि जबलपुर से लाए गए एके-47 की इस डील में धनबाद के एक ट्रासपोर्टर की भूमिका भी सामने आ रही है जिसके तार मुंगेर से जुड़े हैं। उसी के जरिए टाइगर और मुंगेर के हथियार तस्कर से डील कराए जाने की बात कही जा रही है। बिहार पुलिस ने 2014 में होने वाली एके-47 डील को झारखंड पुलिस को जानकारी दी है। इसके बाद झारखंड कोयला नगरी में सक्रिय माफिया गतिविधियों को खंगाला जा रहा है।

कौन है टाइगर : टाइगर धनबाद कोयलांचल का नवोदित माफिया है। वह पहले एक क्षेत्रीय पार्टी से जुड़ा। विधायक बना। इसके बाद एक राष्ट्रीय पाटी से जुड़ गया। साथ-साथ अपनी निजी सेना भी चलाता है। उसकी दंबगई का आलम यह है कि बीसीसीएल की दो दर्जन परियोजनाओं में उसका ही कानून चलता है। कोयलांचल में कोयले के कारोबार को नियंत्रित कर रखा है। वर्षो से कोयला नगरी पर वर्चस्व कायम रखने वालों के माफिया साम्राज्य को हाल के वर्षो में खुली चुनौती एके-47 के बूते ही दी। अपनी निजी सेना को अत्याधुनिक हथियारों से लैस कर कोयला नगरी में काम करने वाली ठेका कंपनियों को दहशतजदा कर अकूत संपदा बना रहा है। बीसीसीएल में काम करने वाली ठेका कंपनियों के बड़े-बड़े अधिकारियों पर डर का साम्राज्य खड़ा कर रखा है।


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